सामाजिक समस्याओं का समाधान करते समय एआई क्षमता का उपयोग किया जाना चाहिए: वैष्णव |

Ankit
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(तस्वीरों के साथ)


दावोस, 22 जनवरी (भाषा) केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि सामाजिक समस्याओं का समाधान करते हुए कृत्रिम मेधा (एआई) की विशाल क्षमता का उपयोग किया जाना चाहिए।

विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की वार्षिक बैठक के दौरान एक परिचर्चा में वैष्णव ने एआई के बारे में कहा कि सरकार सभी हितधारकों के साथ सही नियामक ढांचा प्राप्त करने के लिए चर्चा कर रही है ताकि नवाचार और विनियमन संतुलित हो।

उन्होंने कहा कि एआई की क्षमता का उपयोग स्वास्थ्य सेवा, मौसम, लॉजिस्टिक और डिजाइन जैसी कुछ सबसे जटिल समस्याओं को हल करने में किया जा सकता है।

वैष्णव ने कहा कि इस क्षमता का पूरा उपयोग किया जाना चाहिए, लेकिन साथ ही साथ सामाजिक समस्याओं का भी समाधान किया जाना चाहिए।

उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने इस बार एकीकृत और संयुक्त मंडप स्थापित किए हैं, जिसमें राज्य सरकार के मंडप भी भारत मंडप का हिस्सा हैं।

वैष्णव ने कहा कि दुनिया भर के नेताओं ने भारत की नीतिगत निश्चितता और भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रगति के लिए भारत में भरोसा दिखाया है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “हमारे प्रधानमंत्री ने एकीकृत और संयुक्त भारत मंडप बनाने के महत्व पर जोर दिया। इस वर्ष, मंडप में सभी राज्यों का प्रतिनिधित्व किया गया है, जो एक सुसंगत और प्रभावशाली प्रदर्शन है।”

उन्होंने कहा, “यह हमारी अर्थव्यवस्था की प्रगति, नीतिगत स्थिरता, पारदर्शिता और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में स्थापित मजबूत आधार को खूबसूरती से उजागर करता है।”

भारत के सेमीकंडक्टर कार्यक्रम के बारे में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना मंत्री ने कहा कि उद्योग ने हमारे सेमीकंडक्टर कार्यक्रम में ठोस विश्वास दिखाया है।

उन्होंने कहा कि हमारी पहली भारत में बनी चिप इस साल शुरू में आ जाएगा। और अब हम अगले चरण की ओर देख रहे हैं, जहां हम भारत में उपकरण विनिर्माताओं, सामग्री विनिर्माताओं और डिजाइनरों को ला सकते हैं।

रेल मंत्री वैष्णव ने रेलवे पर कहा कि भारत में बड़ी आबादी रेलवे से यात्रा कर रही है और हमें यात्री अनुभव में सुधार करना होगा, और इसलिए हम चार नई पीढ़ी की ट्रेनों – वंदे भारत चेयर कार, वंदे भारत स्लीपर, अमृत भारत ट्रेन और नमो भारत रैपिड ट्रेन की यह योजना लेकर आए हैं।

डब्ल्यूईएफ में वैष्णव ने दुनियाभर के लोगों को आश्वस्त किया कि भारत सतत और समावेशी वृद्धि पर ध्यान जारी रखेगा।

स्विट्जरलैंड में अपनी विभिन्न बैठकों में, वैष्णव ने कहा कि वैश्विक सर्वोत्तम गतिविधियों और प्रौद्योगिकी को अपनाने के लिए भारत के सक्रिय दृष्टिकोण की भी विश्वस्तर पर सराहना हो रही है।

मंगलवार रात दावोस पहुंचने से पहले, केंद्रीय मंत्री ने ज्यूरिख में स्विस फेडरल रेलवे (एसबीबी) प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और सुरक्षा प्रौद्योगिकियों तथा रखरखाव प्रक्रियाओं पर विस्तृत चर्चा की।

उन्होंने स्विट्जरलैंड के मार्ग्रेथेन में स्टैडलर रेल के रेल कोच निर्माण संयंत्र का भी दौरा किया। स्टैडलर रेल डबल-डेकर मल्टीपल-यूनिट ट्रेनें बनाती है।

मंत्री ने रेलवे क्षेत्र की कंपनियों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की, जिनमें रॉमबर्ग सेरसा एजी, सेलेक्ट्रॉन, यूसेन्ट्रिक्स, ऑटेक और न्यू ग्लास शामिल हैं।

भाषा अनुराग रमण

रमण



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