वाशिंगटन, छह अगस्त (एपी) इंडोनेशिया के द्वीप पर सात लाख साल पहले मानव की ‘हॉबिट’ से भी छोटी प्रजाति मौजूद थी। वैज्ञानिकों ने नए अध्ययन में यह दावा किया है।
बीस साल पहले इंडोनेशिया के द्वीप पर वैज्ञानिकों ने मानव की प्रारंभिक प्रजाति के जीवाश्म की खोज की थी जिसे ‘‘हॉबिट’’ नाम दिया गया था। इसका आकार लगभग 1.07 मीटर लंबा था।
अब एक नए अध्ययन से पता चला है कि ‘हॉबिट’ के पूर्वज उनसे भी छोटे थे। तोक्यो विश्वविद्यालय के अध्ययन के सह-लेखक यूसुके कैफू ने एक ईमेल में कहा, ‘‘हमें उम्मीद नहीं थी कि हमें इतनी पुरानी जगह से मानव प्रजाति के अवशेष मिलेंगे।’’
मूल ‘हॉबिट’ के जीवाश्म 60 हजार से एक लाख साल पहले के हैं। नए जीवाश्म माता मेंगे नामक स्थान पर खुदाई करके प्राप्त किए गए, जो उस गुफा से लगभग 45 मील दूर है जहां पूर्व में ‘हॉबिट’ के अवशेष मिले थे।
वर्ष 2016 में, शोधकर्ताओं ने नयी जगह से एकत्रित जबड़े की हड्डी और दांतों का अध्ययन करने के बाद अनुमान लगाया कि हॉबिट से पहले के पूर्वज और छोटे हो सकते हैं। बांह की हड्डी के टुकड़े और दांतों के विश्लेषण से पता चलता है कि पूर्वज 2.4 इंच छोटे थे और सात लाख साल पहले अस्तित्व में थे।
यह निष्कर्ष मंगलवार को ‘नेचर कम्युनिकेशंस’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ। शोधकर्ताओं ने इस बात पर चर्चा की है कि कैसे ‘हॉबिट’ इतने छोटे हो गए और मानव विकास की कहानी में वे कहां आते हैं।
वैज्ञानिकों को अभी तक यह नहीं पता है कि ‘हॉबिट’ उस क्षेत्र में रहने वाली पहले की, लंबी मानव प्रजाति होमो इरेक्टस से छोटे हुए हैं या इससे भी अधिक आदिम मानव पूर्ववर्ती से।
कनाडा के लेकहेड विश्वविद्यालय के मानवविज्ञानी मैट टोचेरी ने कहा कि मानव विकास में ‘हॉबिट’ के स्थान को निर्धारित करने के लिए और अधिक शोध तथा जीवाश्मों की आवश्यकता है।
एपी आशीष रंजन
रंजन