(तस्वीरों के साथ)
मुंबई, सात अप्रैल (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि साइबर अपराधों की सूची में वित्तीय धोखाधड़ी सबसे ऊपर है, इसके बाद डराना-धमकाना और यौन अपराध के मामले आते हैं। उन्होंने इनसे निपटने में पुलिस के “तकनीकी रूप से दक्ष” होने की आवश्यकता पर बल दिया।
फडणवीस मुंबई पुलिस के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, जहां उन्होंने डी.बी. मार्ग पुलिस थाने में ‘निर्भया साइबर लैब’ का उद्घाटन किया।
बाद में उन्होंने वर्ली में मध्य क्षेत्र साइबर पुलिस थाना, गोवंडी में पूर्व साइबर पुलिस थाना, महिला पीड़ितों के लिए फोरेंसिक वाहन और वाहनों की तेज गति की जांच के लिए ‘इंटरसेप्टर एवं स्पीड गन’ सहित कई अन्य पहलों का भी डिजिटल माध्यम से उद्घाटन किया।
अब, मुंबई के 87 पुलिस थानों में महिला और बाल सहायता प्रकोष्ठ हैं, जिनका फडणवीस ने डिजिटल माध्यम से उद्घाटन किया।
राज्य के गृह विभाग का प्रभार संभाल रहे मुख्यमंत्री ने साइबर अपराधों से निपटने में शहर की पुलिस की क्षमताओं की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, “मुंबई पुलिस ने साइबर सुरक्षा के लिए तीन केंद्र शुरू किए हैं और मैं कहूंगा कि ये उत्कृष्टता के केंद्र हैं जहां उन्नत प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है।”
फडणवीस ने कहा, “साइबर अपराधों में वित्तीय धोखाधड़ी शीर्ष पर है, धमकी और जबरन वसूली जैसे अपराध दूसरे स्थान पर हैं और यौन अपराध तीसरे स्थान पर हैं।”
उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि आरोपियों को यथाशीघ्र गिरफ्तार करके इन मामलों का समाधान किया जाए।
भाषा
प्रशांत वैभव
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