सलमान रुश्दी ने अपने ऊपर हुए चाकू हमले को लेकर अदालत में बयान दर्ज कराया़

Ankit
4 Min Read


मेनविले (अमेरिका), 11 फरवरी (एपी) लेखक सलमान रुश्दी ने साल 2022 में उन पर चाकू से किए गए हमले का विवरण मंगलवार को पश्चिमी न्यूयॉर्क की एक अदालत में दिया।


इस हमले की वजह से 77 वर्षीय लेखक की एक आंख की रोशनी चली गई और उन्हें उबरने में कई महीने लगे।

हादी मतर (27) पर हत्या की कोशिश और हमले का आरोप है। उसने रुश्दी पर तब हमला किया था, जब वह अगस्त 2022 में भाषण देने की तैयारी कर रहे थे। हादी ने रुश्दी पर चाकू से कई वार किए थे। हालांकि, उसने खुद को निर्दोष बताया है।

रुश्दी ने जूरी सदस्यों से कहा, “मैंने उसे तब देखा, जब वह बहुत करीब आ गया। मुझे पता था कि कोई व्यक्ति काले कपड़े और चेहरे पर काला मास्क पहने हुए है। मेरी नजरें उसकी आंखों पर टिक गईं, जो बहुत क्रूर लग रही थीं।”

रुश्दी ने कहा कि पहले तो उन्हें लगा कि चाकू से हमला करने वाला हमलावर उन्हें मुक्का मार रहा है।

लेखक ने कहा, “लेकिन मैंने देखा कि मेरे कपड़ों पर बहुत सारा खून बह रहा था। वह मुझे बार-बार मार रहा था।”

रुश्दी ने कहा कि जब वह भागने का प्रयास कर रहे थे, तो उनकी छाती और धड़ पर कई बार वार किया गया।

उन्होंने कहा, “मैं बहुत बुरी तरह से घायल हो गया था। मैं खड़ा नहीं हो पा रहा था। मैं गिर गया।”

लेखक ने कहा, “मुझे लगा कि मैं मर रहा हूं। मेरे दिमाग में बस यही ख्याल दौड़ रहा था।”

अदालत कक्ष में बैठी रुश्दी की पत्नी रेचेल एलिजा ग्रिफिथ्स यह सुनकर रो पड़ीं।

हमले में मंच पर रुश्दी के साथ मौजूद एक वक्ता भी घायल हो गए थे।

पश्चिमी न्यूयॉर्क मामले में जूरी सदस्यों ने सोमवार को उस कला संस्थान के कर्मचारियों के बयान दर्ज किए, जहां रुश्ती पर चाकू से हमला हुआ था।

हमले के बाद दर्शकों द्वारा पकड़े जाने के बाद से ही हादी हिरासत में है।

यह मुकदमा दो सप्ताह तक चलने का अनुमान है। जूरी सदस्यों को हमले के दिन के वीडियो और तस्वीरें दिखाई जाएंगी।

हालांकि, जिला अटॉर्नी जेसन श्मिट के अनुसार, उनके दिवंगत ईरानी नेता अयातुल्ला रूहोल्लाह खुमैनी द्वारा रुश्दी की हत्या के लिए जारी किए गए फतवे के बारे में सुनवाई करने की संभावना नहीं है।

“मिडनाइट्स चिल्ड्रन” और “विक्ट्री सिटी” के लेखक रुश्दी ने 1989 में “द सैटेनिक वर्सेज” उपन्यास लिखा था, जिसके बाद खुमैनी ने फतवा जारी किया, जिसके चलते उन्हें कई वर्षों तक छिपकर जीवन बिताना पड़ा था। “द सैटेनिक वर्सेज” को कुछ मुसलमान ईशनिंदात्मक मानते हैं।

सोमवार को अपनी शुरुआती गवाही के दौरान श्मिट ने कहा, “यह गलत पहचान का मामला नहीं है। हादी ही वह व्यक्ति है, जिसने बिना किसी उकसावे के रुश्दी पर हमला किया।”

हालांकि, हादी का प्रतिनिधित्व करने वाले एक सरकारी वकील ने जूरी सदस्यों से कहा कि यह मामला उतना सीधा नहीं है, जितना अभियोजकों ने इसे बताया है।

एक अलग अभियोग में संघीय अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि 2006 में एक आतंकवादी संगठन द्वारा फतवे का समर्थन किए जाने के कारण हादी यह हमला करने के लिए प्रेरित हुआ। आतंकवाद के आरोपों पर बाद में बफेलो स्थित अमेरिकी जिला न्यायालय में सुनवाई निर्धारित की जाएगी।

एपी नोमान पारुल

पारुल



Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *