नयी दिल्ली, 30 जुलाई (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि कोचिंग संस्थान प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक करने और छात्रों के शोषण में संलिप्त हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री से कोचिंग संस्थानों की गतिविधियों को विनियमित करने के लिए कानून बनाने की मांग की।
सिंह ने यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि ‘‘कोचिंग माफिया’’ पर नकेल कसने के लिए तुरंत एक उचित कानून बनाया जाना चाहिए, ताकि ओल्ड राजेंद्र नगर में हुई दुखद घटना दोबारा न हो।
राष्ट्रीय राजधानी के ओल्ड राजेंद्र नगर में संचालित एक कोचिंग सेंटर की बेसमेंट लाइब्रेरी में पानी भर जाने से सिविल सेवा की तैयारी कर रहे तीन अभ्यर्थियों की मौत हो गई थी।
आप नेता ने साथ ही आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार देश में कोचिंग संसथानों को विनियमित करने के लिए कानून बनाने को अनिच्छुक है क्योंकि पार्टी के नेताओं की इन संस्थानों के संचालकों के साथ ‘‘सांठगांठ’’ है।
सिंह ने दावा किया,‘‘ प्रश्नपत्र लीक करने में कोचिंग माफिया की बड़ी भूमिका पाई गई। सरकारी अधिकारियों के साथ उनकी मिलीभगत ने लाखों युवाओं के भविष्य को खतरे में डाल दिया। वे उचित सुविधाएं प्रदान किए बिना गरीब छात्रों से लाखों रुपये फीस के रूप में वसूल रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि देश में कोचिंग संस्थान ‘पैसा छापने की मशीन’ बन गए हैं, जो मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के नाम पर छात्रों के अभिभावकों से लाखों रुपये मांगते हैं।
सिंह ने अपने पत्र में कहा कि इसे रोकने के लिए एक उचित केंद्रीय कानून बनाया जाना चाहिए तथा नियमों का उल्लंघन कर चल रहे कोचिंग संस्थानों पर ‘‘कार्रवाई’’ की जानी चाहिए।
भाषा धीरज नेत्रपाल
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