कोलकाता, पांच अगस्त (भाषा) भारत-बांग्लादेश व्यापार सोमवार दोपहर से रोक दिया गया। कारोबारियों ने बताया कि पड़ोसी देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के कारण अशांति के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया, जिसके चलते यह कदम उठाया गया।
बांग्लादेश सरकार ने रविवार को एक अधिसूचना के जरिये जरूरी सेवाओं को छोड़कर तीन दिवसीय व्यापार अवकाश की घोषणा की थी।
पश्चिम बंगाल निर्यातक समन्वय समिति के सचिव उज्जल साहा ने कहा कि उनके भूमि बंदरगाहों पर बांग्लादेशी सीमा शुल्क से मंजूरी नहीं मिलने के कारण सभी निर्यात और आयात गतिविधियां ठप हो गई हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘सुबह कुछ हलचल हुई थी, लेकिन बाद में गतिविधियां बंद हो गईं।’’
पिछले दो दिनों में बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद व्यापार बाधित हुआ है।
कई समाचार रिपोर्टों में कहा गया है कि हसीना ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ दिया। हालांकि, इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई कि उन्होंने ढाका छोड़ दिया है।
साहा ने कहा, ‘‘बांग्लादेश सरकार ने आवश्यक सेवाओं को छोड़कर तीन दिन के लिए पूर्ण छुट्टी की घोषणा की है, और इसलिए बांग्लादेश की सीमाएं व्यापार के लिए बंद हैं।’’
बेनापोल सीएंडएफ स्टाफ एसोसिएशन के महासचिव साजिदुर रहमान ने कहा कि सुबह कुछ हलचल हुई, लेकिन प्रधानमंत्री के इस्तीफे और देश से चले जाने की खबर के बाद कारोबार पूरी तरह रुक गया। पश्चिम बंगाल में पेट्रापोल सीमा के दूसरी ओर बांग्लादेश में बेनापोल स्थित है।
पेट्रापोल के अधिकारियों ने हालांकि कहा कि सरकार की ओर से व्यापार पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है।
भाषा पाण्डेय अजय
अजय