कोलंबो, 13 अप्रैल (भाषा) श्रीलंकाई संसद के अध्यक्ष जगत विक्रमरत्ने ने निलंबित पुलिस प्रमुख देशबंधु तेन्नाकून के आचरण की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि संसद अध्यक्ष ने इस मुद्दे पर प्रधान न्यायाधीश और अन्य संबंधित पक्षों को एक समिति गठित करने के लिए अधिसूचित किया है, जिसमें उच्चतम न्यायालय के एक न्यायाधीश, स्वतंत्र पुलिस आयोग के अध्यक्ष और विधि या प्रशासन के क्षेत्र से जुड़ा एक प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल होगा।
अधिकारियों के मुताबिक, समिति का गठन हो जाने के बाद जांच तुरंत शुरू होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि समिति जांच के बाद अपने निष्कर्षों की रिपोर्ट संसद अध्यक्ष को सौंपेगी।
अधिकारियों के अनुसार, पुलिस प्रमुख पर लगाए गए आरोपों को लेकर समिति के निष्कर्षों पर संसद में राष्ट्रपति अनुर कुमार दिसानायक के संबोधन के बाद तेन्नाकून को पद से हटा दिया जाएगा।
फरवरी के अंत में दक्षिणी शहर मतारा की एक अदालत के तेन्नाकून की गिरफ्तारी का आदेश दिया था। इसके बाद तेन्नाकून ने 19 मार्च को अपने वकीलों के माध्यम से मतारा मजिस्ट्रेट अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था।
वेलिगामा के एक रिजॉर्ट में 30 दिसंबर, 2023 को हुई गोलीबारी की घटना में तेन्नाकून की भूमिका के सिलसिले में उन पर आरोप लगाए जाने के बाद वह लगभग तीन सप्ताह तक गिरफ्तारी से बचते रहे।
जुलाई 2024 में उच्चतम न्यायालय ने तेन्नाकून की नियुक्ति की वैधता पर सुनवाई का आदेश देते हुए उन्हें निलंबित कर दिया था।
भाषा पारुल दिलीप
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