कोलंबो, छह अप्रैल (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी श्रीलंका की ‘‘अत्यंत सार्थक’’ यात्रा पूरी करने के बाद रविवार को भारत के लिए रवाना हो गए। इस यात्रा के दौरान उन्होंने राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके के साथ व्यापक वार्ता की और रक्षा, ऊर्जा व डिजिटलीकरण जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
मोदी थाईलैंड से श्रीलंका की राजधानी कोलंबो पहुंचे, जहां उन्होंने बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग पहल) शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘श्रीलंका की एक अत्यंत सार्थक राजकीय यात्रा पूरी हुई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के लिए रवाना हुए।’’
प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान, दोनों देशों ने सैन्य सहयोग को संस्थागत बनाने के लिए एक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए, जो रक्षा संबंधों में प्रगति का संकेत है। इसके साथ ही लगभग 35 साल पहले भारत के श्रीलंका से भारतीय शांति सेना (आईपीकेएफ) को वापस बुलाने के कड़वे अध्याय की यादें पीछे छूट गईं।
मोदी ने कहा कि दोनों देशों की सुरक्षा एक-दूसरे से जुड़ी हुई है और एक-दूसरे पर निर्भर है। उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि नयी दिल्ली हमेशा श्रीलंका के लोगों के साथ खड़ी रहेगी।
दिसानायके ने कहा कि श्रीलंका अपने क्षेत्र का इस्तेमाल किसी भी तरह से भारत और क्षेत्र के सुरक्षा हितों के प्रतिकूल नहीं होने देगा।
भाषा जोहेब नेत्रपाल
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