नयी दिल्ली, 11 अप्रैल (भाषा) वाणिज्य मंत्रालय शुल्क में बदलाव, आयात में उछाल और निर्यात संबंधी चुनौतियों समेत वैश्विक व्यापार में हो रहे घटनाक्रमों पर पैनी नजर रख रहा है।
वाणिज्य मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने उभरते व्यापारिक मुद्दों से निपटने में संबंधित लोगों की मदद करने के लिए अलग से ‘वैश्विक शुल्क और व्यापार हेल्प डेस्क’ शुरू की है।
मंत्रालय ने कहा, “उभरते व्यापार परिदृश्य और विभिन्न शुल्क और जवाबी शुल्क उपायों की शुरुआत को देखते हुए, नए निर्यात अवसर और विशिष्ट देशों या उत्पाद क्षेत्रों से आयात दबाव बढ़ सकता है।”
यह ‘हेल्प डेस्क’ आयात और निर्यात संबंधी चुनौतियों, आयात में वृद्धि या डंपिंग, एक्जिम (आयात-निर्यात) मंजूरी, लॉजिस्टिक या आपूर्ति शृंखला चुनौतियों, वित्तीय या बैंकिंग मुद्दों और नियामकीय या अनुपालन मुद्दों से संबंधित मुद्दों को देखेगी।
यह केंद्र और राज्य सरकारों के अन्य मंत्रालयों/विभागों या एजेंसियों से संबंधित व्यापारिक मुद्दों को भी एकत्रित करेगी, उनका समन्वय करेगी, उनका सहयोग प्राप्त करेगी तथा संभावित समाधान प्रदान करेगा।
अमेरिका ने अपने ज्यादातर व्यापारिक साझेदारों पर 10 प्रतिशत आयात शुल्क लगाया है, जबकि चीन पर 125 प्रतिशत शुल्क लगाया गया है। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध छिड़ गया है।
भाषा अनुराग रमण
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