शिकॉगो एक्सचेंज में मजबूती से बीते सप्ताह तेल-तिलहन कीमतों मे रहा सुधार

Ankit
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नयी दिल्ली, 12 जनवरी (भाषा) शिकॉगो एक्सचेंज के मजबूत रहने के कारण बीते सप्ताह लगभग सभी खाद्य तेल-तिलहनों के दाम सुधार दर्शाते बंद हुए। इस दौरान मूंगफली तेल को छोड़कर सरसों, सोयाबीन तेल-तिलहन, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन, मूंगफली तिलहन और बिनौला तेल के दाम सुधार के साथ बंद हुए। मूंगफली तेल के भाव पूर्व सप्ताह के स्तर पर बने रहे।


बाजार के जानकार सूत्रों ने कहा कि सरसों की मंडियों में आवक घट रही है जबकि जाड़े की मांग निरंतर बढ़ रही है। सरसों का जो भी स्टॉक है वह हाफेड और नाफेड जैसी सहकारी संस्थाओं के पास ही है जो इसकी बहुत संतुलित बिकवाली कर रही हैं। फरवरी माह के अंत तक सरसों की नयी फसल बाजार में आने की संभावना है। जाड़े की इस मांग और आवक की कमी से सरसों तेल-तिलहन के दाम में सुधार आया।

सूत्रों ने कहा कि सोयाबीन डीगम तेल का दाम पहले के 1,070-1,075 डॉलर प्रति टन से बढ़कर समीद्वााधीन सप्ताह में 1,155-1,160 डॉलर प्रति टन हो गया। दूसरी ओर कच्चे पामतेल (सीपीओ) का दाम पहले के 1,200-1,205 डॉलर प्रति टन से घटकर बीते सप्ताह 1,175-1,180 डॉलर प्रति टन रह गया। लेकिन हाजिर बाजार में अब भी सीपीओ का दाम सोयाबीन तेल से 4-5 रुपये किलो अधिक बैठता है जबकि कुछ समय पूर्व यह अंतर 16-17 रुपये किलो बैठ रहा था। लेकिन मौजूदा दाम पर भी सीपीओ के लिए किसी लिवाल का मिलना मुश्किल ही नजर आता है।

सूत्रों ने कहा कि भारतीय कपास निगम (सीसीआई) ने बीते सप्ताह शुक्रवार से बिनौला सीड की बिकवाली रोक दी है। उसके अलावा स्थानीय मांग निकलने के कारण मूंगफली खल का दाम पहले के 2,450 रुपये क्विंटल से बढ़कर 2,550 रुपये क्विंटल हो गया। गत वर्ष मूंगफली खल का भाव 3,500 रुपये क्विंटल था। इसी प्रकार राजस्थान के कोटा में सोयाबीन डी-आयल्ड केक (डीओसी) का दाम पहले के 2,950 रुपये क्विंटल बढ़कर 3,050 रुपये क्विंटल हो गया।

उन्होंने कहा कि मूंगफली खल के दाम में सुधार के कारण मूंगफली तिलहन के भाव मामूली सुधार के साथ बंद हुए। लेकिन निर्यात की कमजोर मांग के कारण मूंगफली तेल के दाम बीते सप्ताह पूर्ववत बने रहे।

सूत्रों ने कहा कि बीते सप्ताह, वैसे विदेशों में पाम, पामोलीन के दाम घटे हैं लेकिन रुपया कमजोर होने की वजह से और पाम, पामोलीन का दाम ऊंचा बोले जाने की वजह से इन तेल कीमतों में सुधार है।

सूत्रों ने बताया कि उत्तर भारत की मंडियों में कपास की आवक जो पहले लगभग 20 हजार गांठ की थी वह बीते सप्ताह शनिवार को घटकर लगभग पांच हजार गांठ रह गई। सीसीआई की बिकवाली रुकने से बिनौला सीड के दाम भी सुधार दर्शाते बंद हुए।

उन्होंने कहा कि सरकार को देखना होगा कि बिनौला सीड को स्टॉक किया जाये क्योंकि कपास का उत्पादन कम है। समय आने पर जब बिनौले की मांग बढ़ेगी तभी इसकी बिकवाली हो क्योंकि बिनौले का कोई विकल्प नहीं है।

बीते सप्ताह सरसों दाने का थोक भाव 125 रुपये सुधार के साथ 6,650-6,700 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों दादरी तेल का थोक भाव 200 रुपये की बढ़त के साथ 13,800 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों पक्की और कच्ची घानी तेल का भाव क्रमश: 40-40 रुपये के सुधार के साथ क्रमश: 2,340-2,440 रुपये और 2,340-2,465 रुपये टिन (15 किलो) पर बंद हुआ।

समीक्षाधीन सप्ताह में सोयाबीन दाने और सोयाबीन लूज का थोक भाव क्रमश: 35-35 रुपये की बढ़त के साथ क्रमश: 4,335-4,385 रुपये और 4,035-4,135 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। इसी प्रकार सोयाबीन दिल्ली एवं सोयाबीन इंदौर और सोयाबीन डीगम के दाम क्रमश: 650 रुपये, 400 रुपये और 650 रुपये की तेजी के साथ क्रमश: 13,750 रुपये, 13,350 रुपये और 9,700 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए।

समीक्षाधीन सप्ताह में मूंगफली तेल-तिलहन कीमतों में पिछले सप्ताहांत के मुकाबले सुधार आया। मूंगफली तिलहन का भाव 25 रुपये के मामूली सुधार के साथ 5,825-6,150 रुपये क्विंटल पर बंद हुआ। वहीं मूंगफली तेल गुजरात और मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल का भाव क्रमश: 14,000 रुपये और 2,125-2,425 रुपये प्रति टिन पर अपरिवर्तित बंद हुए।

कच्चे पाम तेल (सीपीओ) का दाम 100 रुपये सुधरकर 13,000 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। पामोलीन दिल्ली का भाव 200 रुपये की बढ़त के साथ 14,200 रुपये प्रति क्विंटल तथा पामोलीन एक्स कांडला तेल का भाव 300 रुपये की तेजी के साथ 13,300 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।

तेजी के आम रुख के बीच समीक्षाधीन सप्ताह में बिनौला तेल भी 300 रुपये की बढ़त के साथ 12,200 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।

भाषा राजेश

अजय

अजय



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