मुंबई, नौ अप्रैल (भाषा) मुंबई में 2008 में आतंकवादी हमलों में शहीद हुए एसआरपीएफ कांस्टेबल के पिता ने बुधवार को आरोपी तहव्वुर राणा के लिए मृत्युदंड की मांग की।
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक राणा को जल्द ही अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किए जाने की उम्मीद है।
शहीद एसआरपीएफ कांस्टेबल राहुल शिंदे के पिता सुभाष शिंदे ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि हमले के सभी दोषियों को कड़ी सजा देना आतंकवादी हमले में मारे गए पुलिस अधिकारियों और नागरिकों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगा।
सूत्रों ने बुधवार को बताया कि राणा ने अमेरिका में ऐसे मामलों में उपलब्ध सभी कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल कर लिया गया है और उसे जल्द ही भारत लाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि उसे भारत लाने के लिए एक बहु-एजेंसी टीम अमेरिका में है।
कुछ समय पहले अमेरिकी उच्चतम न्यायालय के न्यायधीशों ने राणा की याचिका खारिज कर दी थी, जिसके बाद भारत प्रत्यर्पित किए जाने से बचने उसका अंतिम प्रयास विफल हो गया।
साल 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों में छह अमेरिकियों समेत कुल 166 लोग मारे गए थे। इन हमलों को 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने अंजाम दिया था।
सुभाष शिंदे ने कहा, ‘‘इस हमले में बहुत से लोग मारे गए थे और इस हमले को लेकर आज भी मैं सिहर जाता हूं, जबकि घटना को 16 साल से अधिक का समय हो चुका है।’’
शहीद कांस्टेबल के 65 वर्षीय पिता ने कहा, ‘‘क्योंकि आतंकवादी हमले में राणा की भूमिका सामने आ चुकी है, इसलिए हमें उसे जेल में जिंदा रखकर नहीं छोड़ना चाहिए; उसे फांसी पर लटका देना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि इस घटना में पाकिस्तान की भूमिका भी सामने आई है और दुनिया ने ये सारी बातें देखी हैं। उन्होंने कहा कि साजिश में शामिल सभी लोगों को न्याय के कठघरे में लाया जाना चाहिए।
सुभाष शिंदे ने कहा, ‘‘जब भी मैं इस हमले के बारे में बात करता हूं, तो मुझे आतंकवादी हमले की भयावह तस्वीरें नजर आती हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें जो क्षति हुई है, हमारे पुलिसकर्मियों, सैनिकों और नागरिकों की जान गई है, उसे भुलाया नहीं जा सकता।’’
उन्होंने कहा कि पूरी साजिश का पर्दाफाश करना और हमले के सभी दोषियों को दंडित करना हमले में शहीद हुए पुलिस अधिकारियों और नागरिकों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगा।
आतंकवादी हमले में घायल हुए एक अन्य पुलिसकर्मी ने कहा कि अधिकारियों को राणा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) के कांस्टेबल राहुल शिंदे दक्षिण मुंबई में ताज महल पैलेस होटल पर आतंकवादियों के हमले के बाद वहां घुसने वाले पहले पुलिसकर्मियों में से एक थे। आतंकवादियों से लड़ते हुए वह शहीद हो गए थे।
सुभाष शिंदे महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में रहते हैं, जहां वह खेती करते हैं। माधा तालुका में उनके गांव सुल्तानपुर का नाम बदलकर उनके बेटे के नाम पर राहुल नगर रख दिया गया है।
उनके दूसरे बेटे प्रवीण की एलपीजी एजेंसी है, जो उन्हें सरकार द्वारा दी गई थी।
मारे गए 166 लोगों में अमेरिकी, ब्रिटिश और इजराइली नागरिक भी शामिल थे।
राणा को पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली से जुड़ा माना जाता है, जो 26 नवंबर 2008 (26/11) हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है।
आतंकवादियों ने मुंबई में कई प्रतिष्ठित स्थानों को निशाना बनाया था, जिनमें होटल ताजमहल और ओबेरॉय होटल, लियोपोल्ड कैफे, चाबड हाउस और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (रेलवे स्टेशन) शामिल थे। हेडली ने हमलों से पहले इनमें से प्रत्येक स्थान की टोह ली थी।
भाषा
देवेंद्र नेत्रपाल
नेत्रपाल