(योशिता सिंह)
न्यूयॉर्क/वाशिंगटन, 12 मार्च (भाषा) अमेरिका ने एक बार फिर भारत द्वारा अपने माल पर लगाए जाने वाले शुल्क का मुद्दा उठाते हुए अपनी शराब और कृषि उत्पादों पर उच्च शुल्क का हवाला दिया है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लीविट ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान कनाडा पर एक सवाल का जवाब देते हुए भारत द्वारा लगाए गए उच्च शुल्क का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा, “कनाडा दशकों से अमेरिका और मेहनतकश अमेरिकियों को लूट रहा है। अगर आप कनाडा के लोगों द्वारा अमेरिकी लोगों और हमारे यहां काम करने वालों पर लगाए गए शुल्क की दरों को देखें, तो यह बहुत ही भयानक हैं। वास्तव में, मेरे पास यहां एक आसान सूची है जो न केवल कनाडा, बल्कि पूरे देश में शुल्क की दर को दर्शाता है। अगर आप कनाडा को देखें…अमेरिकी पनीर और मक्खन पर लगभग 300 प्रतिशत शुल्क लगाता है।”
लीविट ने कहा, “आप भारत को देखिए, अमेरिकी शराब पर 150 प्रतिशत शुल्क है। आपको लगता है कि इससे केंटकी बॉर्बन को भारत में निर्यात करने में मदद मिल रही है? मुझे ऐसा नहीं लगता। भारत से कृषि उत्पादों पर 100 प्रतिशत शुल्क है। जापान को देखिए, चावल पर 700 प्रतिशत शुल्क है।”
लीविट ने एक सूची दिखाई जिसमें भारत, कनाडा और जापान द्वारा लगाए गए शुल्क दिखाए गए थे। सूची पर, तिरंगे के रंगों वाले दो वृत्त भारत द्वारा लगाए गए शुल्क को दर्शाते हैं।
उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति (डोनाल्ड) ट्रंप बराबरी में विश्वास करते हैं, और अब समय आ गया है कि हमारे पास एक ऐसा राष्ट्रपति हो जो वास्तव में अमेरिकी व्यवसायों और श्रमिकों के हितों का ध्यान रखे, और वह दिन के अंत में केवल निष्पक्ष और संतुलित व्यापार प्रथाओं की मांग कर रहे हैं। …और दुर्भाग्य से, कनाडा पिछले कई दशकों से हमारे साथ बिल्कुल भी निष्पक्ष व्यवहार नहीं कर रहा है।”
राष्ट्रपति ट्रंप पिछले कुछ दिनों से भारत द्वारा लगाए जा रहे उच्च शुल्क की आलोचना कर रहे हैं।
ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि भारत अपने शुल्क में ‘काफी कमी’ करने पर सहमत हो गया है। साथ ही, उन्होंने अपने इस दावे को भी दोहराया कि भारत अमेरिका पर भारी शुल्क लगाता है।
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