नयी दिल्ली, 23 फरवरी (भाषा) स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह वैश्विक रुख, विदेशी निवेशकों की गतिविधियों और शुल्क से संबंधित खबरों से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है।
बुधवार को ‘महाशिवरात्रि’ के अवसर पर शेयर बाजार बंद रहेंगे।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के प्रमुख-शोध, संपदा प्रबंधन सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘इस सप्ताह बाजार की दिशा मिले-जुले वैश्विक बाजार रुख, अमेरिका की व्यापार नीति की घोषणाओं और रूस-यूक्रेन युद्ध से संबंधित भू-राजनीतिक घटनाक्रमों पर निर्भर करेगी।’’
इसके अलावा वैश्विक स्तर पर ब्रेंट कच्चे तेल के दाम और डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेगी।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘निवेशकों की निगाह आगामी महत्वपूर्ण संकेतकों मसलन अमेरिका के मुख्य पीसीई मूल्य सूचकांक और भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि के आंकड़ों पर रहेगी। बाजार का ‘मूड’ काफी हद तक निराशाजनक है। कंपनियों के नतीजों में उल्लेखनीय सुधार और वैश्विक स्तर पर तरलता की बेहतर स्थिति तथा मुद्रा में स्थिरता से ही इसमें बदलाव आ सकता है।’’
पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 628.15 अंक या 0.82 प्रतिशत नीचे आया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में 133.35 अंक या 0.58 प्रतिशत का नुकसान रहा।
कोटक सिक्योरिटीज के प्रमुख (इक्विटी शोध) श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘जवाबी शुल्क की चिंताएं वैश्विक और भारतीय बाजार पर हावी हैं।’’
उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में शुल्क के मोर्चे पर खबरें बाजार को प्रभावित करेंगी।
मास्टर ट्रस्ट ग्रुप के निदेशक पुनीत सिंघानिया ने कहा, ‘‘अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रमुख व्यापारिक साझेदारों पर जवाबी शुल्क की घोषणा से बाजार की धारणा पर काफी असर पड़ा है। इसके अलावा कंपनियों की आमदनी भी दबाव में रही है।’’
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