नयी दिल्ली, 30 जुलाई (भाषा) खनन समूह वेदांता लिमिटेड ने मंगलवार को कहा कि उसे अपने व्यवसायों के प्रस्तावित विभाजन के लिए 75 प्रतिशत सुरक्षित लेनदारों (गारंटी पर कर्ज देने वाले) से मंजूरी मिल गई है।
यह घोषणा वेदांता की तेल और गैस तथा एल्युमीनियम सहित छह स्वतंत्र सूचीबद्ध कंपनियों में विभाजित होने की योजना के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
कंपनी ने बयान में कहा कि उसे अपने प्रस्तावित विभाजन के लिए शेयर बाजारों से मंजूरी लेने और उसके बाद राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के समक्ष अपनी विभाजन योजना दाखिल करने के लिए अपने 75 प्रतिशत सुरक्षित लेनदारों से मंजूरी मिल गई है।
विभाजन से एल्युमीनियम, तेल और गैस, बिजली, इस्पात और लौह सामग्री, तथा आधार धातु व्यवसायों से संबंधित स्वतंत्र कंपनियां बनेंगी। मौजूदा जिंक व्यवसाय और नए विकसित हो रहे व्यवसाय वेदांता लिमिटेड के अधीन रहेंगे।
विभाजन से स्वतंत्र व्यवसायों का गठन करके कंपनी के कॉरपोरेट ढांचे को सरल बनाने में मदद मिलेगी।
कंपनी ने बताया कि मौजूदा व्यवसायों को विभाजन के बाद छह स्वतंत्र कंपनियों – वेदांता एल्युमिनियम, वेदांता ऑयल एंड गैस, वेदांता पावर, वेदांता स्टील एंड फेरस मैटेरियल्स, वेदांता बेस मेटल्स और वेदांता लिमिटेड का गठन किया जाएगा।
भाषा पाण्डेय अजय
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