नयी दिल्ली, 25 मार्च (भाषा) विपक्षी सांसदों ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश भाजपा के ‘सौगात-ए-मोदी’ किट वितरण कार्यक्रम को वोट पाने की रणनीति करार दिया।
‘सौगात-ए-मोदी’ पहल की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने की है। जमाल ने कहा कि अगले महीने ‘सौगात-ए-मोदी’ कार्यक्रम के तहत अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के आर्थिक रूप से कमजोर सदस्यों को उनके त्योहारों के दौरान ‘किट’ वितरित की जाएंगी। भाजपा ने ईद समारोह से पहले मुसलमानों के बीच खाने-पीने की चीजें और महिलाओं के लिए कपड़े वाली किट वितरित करने की पहल की है।
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) वोट के लिए कुछ भी कर सकती है।
यादव ने कहा कि भाजपा और उसके लोगों को हर त्योहार मनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाजवादियों का हमेशा से मानना रहा है कि सभी त्योहार मनाए जाने चाहिए चाहे वह किसी भी धर्म के हों।
यादव ने कहा, ‘‘यह खुशी की बात है कि भाजपा अब बड़े पैमाने पर त्योहार मना रही है। भाजपा ऐसी पार्टी है जो एक वोट पाने के लिए कुछ भी कर सकती है।’’ उत्तर प्रदेश भाजपा का अल्पसंख्यक मोर्चा इस साल ईद के मौके पर 32 लाख गरीब मुसलमानों में ‘सौगात-ए-मोदी’ किट बांटेगा। इस किट में कपड़ों के साथ सेवइयां, चीनी, मेवे और महिलाओं के कपड़े होंगे।
उत्तर प्रदेश भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मोर्चा इस बार ईद के मौके पर देशभर के 32 लाख गरीब मुसलमानों को त्योहार के लिए जरूरी सामान की किट बांटेगा।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद कीर्ति आजाद ने इसे ‘आज का मजाक’ बताया। उन्होंने कहा, ‘‘क्या आपने मगरमच्छ का चेहरा देखा है? ऐसा लगता है कि जानवर मुस्कुरा रहा है, लेकिन जब आप उसके पास जाएंगे, तो वह आपको निगल जाएगा।’’
आजाद ने कहा, ‘‘यही स्थिति भाजपा के साथ है। दुनिया उनके कारनामों के बारे में जानती है, उनके पास दिखाने के लिए कुछ नहीं है। यह आज का सबसे बड़ा मजाक है।’’
कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने इसे ‘मगरमच्छ के आंसू’ कहा। उन्होंने कहा, ‘‘ये मगरमच्छ के आंसू हैं। बिहार में चुनाव आ रहे हैं और वे ‘सौगात’ में वोट मांग रहे हैं। अगर वे इतने ही उत्सुक हैं, तो उन्हें बिहार में रोजगार मुहैया कराना चाहिए। यह केवल वोट के लिए है।’’
आजाद समाज पार्टी (एएसपी) के सांसद चंद्रशेखर ने कहा कि सरकार मुसलमानों को ‘टोकन’ दे रही है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे ‘छिपा हुआ एजेंडा’ हो सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं बहुत हैरान हूं। हो सकता है कि इसमें कोई छिपा हुआ एजेंडा हो, वे मुसलमानों को लूटने के लिए वक्फ संशोधन (विधेयक) लेकर आए और अब वे ‘सौगात-ए-मोदी’ ला रहे हैं… आप उनसे सब कुछ छीन रहे हैं और उन्हें एक टोकन दे रहे हैं? मेरा मानना है कि यह ‘सौगात-ए-मोदी’ नहीं, बल्कि ‘बर्बाद-ए-मुसलमान’ है।’’
भाषा संतोष पवनेश
पवनेश