नयी दिल्ली, 28 मार्च (भाषा) विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने शुक्रवार को अमेरिकी उप विदेश मंत्री क्रिस्टोफर लैंडौ से बातचीत की, जिसमें संतुलित व्यापार संबंध कायम करने के लिए बाधाओं को दूर करने और द्विपक्षीय व्यापार पर ध्यान केंद्रित किया गया।
मिसरी और क्रिस्टोफर ने रक्षा और प्रवासन तथा गतिशीलता के क्षेत्रों में भारत-अमेरिका सहयोग पर भी चर्चा की।
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि दोनों अधिकारियों ने “बढ़ते द्विपक्षीय व्यापार, रक्षा और प्रौद्योगिकी सहयोग, और गतिशीलता व प्रवासन से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की।”
बयान में कहा गया है कि मिसरी ने भारत-अमेरिका रणनीतिक हितों में बढ़ती समानता को रेखांकित किया।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने ‘पारस्परिक चिंता’ के मामलों पर बातचीत जारी रखने को लेकर सहमति जताई। हालांकि इस बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी नहीं दी गई।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा कि मिसरी और क्रिस्टोफर ने “निष्पक्ष व संतुलित द्विपक्षीय व्यापार संबंध कायम करने के लिए बाधाओं को दूर करने के सिलसिले में जारी प्रयासों” और रक्षा व प्रौद्योगिकी में सहयोग को मजबूत बनाने पर चर्चा की।
अमेरिकी सहायक व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच फिलहाल भारत में हैं और द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) को मजबूत बनाने के लिए अपने भारतीय वार्ताकारों के साथ बातचीत कर रहे हैं।
यह बातचीत दो अप्रैल से अमेरिका के व्यापार भागीदारों पर ट्रंप प्रशासन की पारस्परिक टैरिफ नीति लागू होने से कुछ दिन पहले हो रही हैं।
ब्रूस ने एक विज्ञप्ति में कहा कि मिसरी और क्रिस्टोफर ने पूरे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा व समृद्धि को बढ़ावा देने के प्रयासों पर भी चर्चा की।
क्रिस्टोफर ने ‘अमेरिका में अवैध आव्रजन से निपटने में सहायता के लिए भारत का आभार व्यक्त किया और भारत सरकार से इस मुद्दे पर निरंतर सहयोग करने की बात कही।
विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि दोनों पक्ष “पारस्परिक चिंता से जुड़े मामलों पर बातचीत जारी रखने के लिए सहमत हुए।”
भाषा जोहेब देवेंद्र
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