नयी दिल्ली, छह दिसंबर (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर शुक्रवार को कतर और बहरीन की चार दिवसीय यात्रा पर रवाना हुए। जयशंकर के इस दौरे का उद्देश्य पश्चिम एशिया के दो प्रभावशाली देशों के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के तरीके तलाशना है।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, यात्रा के पहले चरण में जयशंकर कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी के निमंत्रण पर दोहा फोरम में भाग लेने के लिए छह और सात दिसंबर को कतर का दौरा करेंगे।
बयान में बताया गया कि दोहा के बाद विदेश मंत्री दो दिवसीय यात्रा के लिए बहरीन जाएंगे।
बयान के मुताबिक, जयशंकर अपने बहरीन के समकक्ष अब्दुल लतीफ बिन राशिद अल जायनी के साथ चौथे भारत-बहरीन उच्च संयुक्त आयोग (एचजेसी) की सह-अध्यक्षता करेंगे।
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में बताया गया, “ इस मंत्रिस्तरीय बैठक में द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलुओं की समीक्षा की जाएगी और भारत व बहरीन के बीच बहुआयामी संबंधों को और मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी।”
जयशंकर आठ दिसंबर को बहरीन में मनामा वार्ता के 20वें संस्करण में भी भाग लेंगे।
इस वर्ष मनामा वार्ता का विषय ‘क्षेत्रीय समृद्धि और सुरक्षा को आकार देने में पश्चिम एशियाई नेतृत्व’ है।
भाषा जितेंद्र दिलीप
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