नयी दिल्ली, साल फरवरी (भाषा) मोबाइल सेवा शुल्क बढ़ाने और प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) का रिकॉर्ड दर्ज करने के कुछ महीनों बाद ही भारती एयरटेल ने कहा है कि वित्तीय स्थिरता के लिए सेवा शुल्क में और बढ़ोतरी किए जाने की जरूरत है।
दूरसंचार सेवा प्रदातात भारती एयरटेल के वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक गोपाल विट्टल ने कंपनी के तिमाही नतीजों के बाद विशेषज्ञों के साथ बातचीत में कहा कि कंपनी नेटवर्क में निवेश घटा रही है, लेकिन उसका ध्यान पारेषण क्षमता के निर्माण, उपभोक्ता अनुभव को बेहतर बनाने और घरेलू ब्रॉडबैंड सेवाओं के विस्तार पर बना रहेगा।
विट्टल ने कहा कि एयरटेल थोक कॉल एवं संदेश कारोबार से बाहर निकल जाएगी, जो इसके वैश्विक व्यापार पोर्टफोलियो का हिस्सा है।
उन्होंने कहा, ”हमारा मानना है कि चालू वित्त वर्ष के लिए हमारा पूंजीगत व्यय वित्त वर्ष 2023-24 से कम होगा और वित्त वर्ष 2025-26 में इसमें कमी जारी रहेगी। डिजिटल क्षमताओं के निर्माण के लिए हुए निवेश के नतीजे अब मिल रहे हैं। आखिर में मैं यह कहना चाहता हूं कि भारत का एआरपीयू वैश्विक स्तर पर सबसे कम बना हुआ है।”
विट्टल ने कहा कि उद्योग को वित्तीय रूप से स्थिर बनाने और लगातार उचित प्रतिफल देने के लिए सेवा शुल्क में कुछ और सुधार की जरूरत है।
भाषा पाण्डेय प्रेम
प्रेम