मुंबई, 15 जनवरी (भाषा) सरपंच की हत्या से जुड़े जबरन वसूली के मामले में आरोपी वाल्मीक कराड को बुधवार को बीड की एक अदालत में पेश किया गया जबकि उनके समर्थकों ने उनकी रिहाई की मांग को लेकर दूसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी रखा।
पुलिस ने बताया कि उनके कुछ समर्थक मध्य महाराष्ट्र जिले के परली कस्बे के निकट एक गांव में मोबाइल फोन टावर और पानी की टंकी पर चढ़ गए। वहीं इलाके में बंद भी रखा गया।
महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे के सहयोगी कराड पर मंगलवार को महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत आरोप लगाया गया और उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
इसके बाद पुलिस ने उनकी नयी हिरासत के लिए बीड स्थित मकोका अदालत का दरवाजा खटखटाया।
तदनुसार, कराड को बुधवार दोपहर बीड की जिला अदालत में पेश किया गया और उम्मीद है कि न्यायाधीश सुनवाई के दौरान पुलिस के आवेदन पर निर्णय लेंगे।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अदालत के बाहर भारी सुरक्षा तैनात की गई थी।
मासाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख का नौ दिसंबर को अपहरण करके कथित तौर पर उन पर अत्याचार किया गया और उनकी हत्या कर दी गई।
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि देशमुख ने क्षेत्र में पवनचक्की परियोजना संचालित करने वाली एक ऊर्जा कंपनी पर जबरन वसूली के प्रयास का विरोध करने की कोशिश की थी।
कराड को जबरन वसूली के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
बीड में बुधवार को भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा, हालांकि जिले में 28 जनवरी तक निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कराड के कम से कम पांच समर्थक परली क्षेत्र के पंगरी गांव में एक मोबाइल फोन टावर पर चढ़ गए और मांग की कि उनके खिलाफ दर्ज ‘फर्जी’ मामले वापस लिए जाएं।
उन्होंने बताया कि उनके कुछ समर्थक गांव में पानी की टंकी पर भी चढ़ गए, जिन्हें नीचे उतारने के प्रयास जारी हैं।
गांव में महिलाओं के एक समूह ने धरना भी दिया।
अधिकारी ने बताया कि कराड के समर्थकों द्वारा परली में आहूत बंद के तहत शिरसाला में 80 प्रतिशत प्रतिष्ठान और पेठ बीड क्षेत्र में 30 प्रतिशत प्रतिष्ठान बंद रहे।
भाषा
शुभम माधव
माधव