वायनाड, 27 मार्च (भाषा)केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि पिछले साल वायनाड के चूरलमाला-मुंडक्कई इलाकों में हुए भूस्खलन के पीड़ितों के पुनर्वास के लिए केंद्र सरकार से अब तक कोई मदद नहीं मिली है।
विजयन ने कहा कि केंद्र की ओर से पुनर्वास कार्य के लिए सिर्फ ऋण दिया गया जोकि अपर्याप्त है। वह केंद्र द्वारा वायनाड के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्वास के लिए पूंजी निवेश योजना के तहत लगभग 529.50 करोड़ रुपये का ऋण स्वीकृत करने का जिक्र कर रहे थे।
विजयन ने भूस्खलन में अपने घर खो चुके लोगों के पुनर्वास के लिए मॉडल टाउनशिप की आधारशिला रखने के बाद कहा, ‘‘उनके (केंद्र के) साथ हमारे पिछले अनुभवों को देखते हुए हम इससे अधिक कुछ उम्मीद नहीं कर सकते।’’
यह टाउनशिप यहां कलपेट्टा के एल्स्टन एस्टेट में सरकार द्वारा अधिग्रहीत भूमि पर बनाई जाएगी।
इस कार्यक्रम में वायनाड से लोकसभा सदस्य एवं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा भी मौजूद थीं।
इस टाउनशिप में कलपेट्टा बाईपास के किनारे सरकार द्वारा अधिग्रहीत 64 हेक्टेयर भूमि पर सात-सात सेंट (283.254 वर्ग मीटर बराबर सात सेंट)के भूखंड पर 1,000 वर्ग फुट के एक मंजिला मकान बनाए जाएंगे।
पिछले वर्ष 30 जुलाई को मुंडक्कई और चूरलमाला क्षेत्रों में भारी भूस्खलन हुआ था, जिससे दोनों क्षेत्र लगभग पूरी तरह नष्ट हो गए थे। इस प्राकृतिक आपदा में 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।
भाषा धीरज पवनेश
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