नयी दिल्ली, 18 अगस्त (भाषा) शिया धर्मगुरु और मजलिस-उलेमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना सैयद कल्बे जवाद ने वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को लेकर केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए रविवार को कहा कि वह विधेयक के तथ्यों से लोगों को अवगत कराने के लिए “देशव्यापी अभियान शुरू करेंगे।”
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य जवाद ने यहां पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि केंद्र की भाजपा सरकार ने विधेयक का मसौदा तैयार करने से पहले हितधारकों से सलाह-मशविरा नहीं किया।
एक बयान के मुताबिक, जवाद ने आरोप लगाया कि सरकार यह विधेयक इसलिए लाई है, ताकि वक्फ संपत्तियों पर कब्जा किया जा सके।
उन्होंने विधेयक को “धर्मनिरपेक्ष अवधारणा” के खिलाफ बताते हुए केंद्र सरकार से इसे वापस लेने का आग्रह किया।
शिया धर्मगुरु ने कहा कि वह सांसदों से मिलने के साथ-साथ वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध करने के लिए एक देशव्यापी अभियान शुरू करेंगे तथा सभी लोगों को इस विधेयक के तथ्यों से अवगत कराएंगे।
केंद्र सरकार ने वक्फ अधिनियम 1995 में संशोधन के लिए आठ अगस्त को संसद में विधेयक पेश किया था, लेकिन इसे संयुक्त संसदीय समिति के पास भेज दिया गया।
वक्फ (संशोधन) विधेयक पर विचार करने के लिए गठित संयुक्त संसदीय समिति की पहली बैठक अगले सप्ताह 22 अगस्त को होगी।
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नोमान सुरेश
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