मेरठ (उप्र), चार अप्रैल (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल राष्ट्रीय लोकदल द्वारा संसद में वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन करने पर पार्टी के प्रदेश महासचिव शाहजेब रिजवी ने शुक्रवार को अपने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
उनके इस्तीफे को वक्फ विधेयक पर राष्ट्रीय लोकदल में बगावत के रूप में देखा जा रहा है।
रालोद के प्रदेश महासचिव शाहजेब रिजवी ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ बातचीत में अपने इस्तीफे की पुष्टि करते हुए कहा कि संसद में वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन करने के पार्टी प्रमुख जयंत चौधरी के फैसले से नाराज होकर हमने अपने पद से इस्तीफा देने के साथ ही पार्टी भी छोड़ दी है।
उन्होंने दावा किया कि आने वाले दिनों में और भी कई नेता पार्टी छोड़ेंगे।
दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पौत्र जयंत चौधरी केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री हैं। शाहजेब रिजवी अपने इस्तीफे के साथ ही चौधरी के विरोध में मुखर हो गए हैं।
राष्ट्रीय लोकदल से इस्तीफा देने के बाद वे कहां जाएंगे, इस सवाल पर रिजवी ने कहा कि अभी उन्होंने इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया है। साथी कार्यकर्ताओं से सलाह-मशवरा के बाद ही वह अगला कदम उठाएंगे।
हालांकि, उन्होंने दावा किया कि उनके साथ राष्ट्रीय लोकदल छोड़ने वाले कार्यकर्ताओं की संख्या दो हजार से अधिक है। रिजवी ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी पर मुस्लिम मतदाताओं की भावनाओं को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रीय लोकदल के अगर पश्चिमी उप्र में 10 विधायक हैं तो इसमें बड़ा योगदान मुसलमानों का है।
उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह के बताए रास्ते से जयंत चौधरी भटक गए हैं और लोग उनके फैसले से निराश हैं।
शाहजेब रिजवी ने आरोप लगाया कि जयंत चौधरी ने वक्फ विधेयक का समर्थन करके मुसलमानों को धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों ने जयंत चौधरी को खूब वोट दिए, लेकिन उन्होंने वक्फ विधेयक का समर्थन किया। यह मुसलमानों की भावनाओं और अधिकारों के खिलाफ है।
भाषा सं आनन्द संतोष
संतोष