म्यूनिख, 15 फरवरी (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक समाज है, इसलिए यह 80 करोड़ लोगों को पोषण सहायता और भोजन उपलब्ध कराने में समर्थ है।
म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन (एमएससी) में शुक्रवार को ‘एक और दिन वोट करने के लिए जियें: लोकतांत्रिक लचीलेपन को मजबूत करना’ विषय पर आयोजित पैनल चर्चा के दौरान जयशंकर ने यह टिप्प्णी की।
जयशंकर ने यह बयान अमेरिकी सीनेटर एलिसा स्लोटकिन की उस टिप्पणी के जवाब में दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि लोकतंत्र ‘मेज पर भोजन नहीं रखता’ है।
जयशंकर ने कहा, ‘‘सीनेटर, आपने कहा कि लोकतंत्र आपकी मेज पर भोजन नहीं रखता है। वास्तव में … दुनिया के मेरे हिस्से में, यह (लोकतंत्र) ऐसा करता है। आज, हम एक लोकतांत्रिक समाज हैं और हम 80 करोड़ लोगों को पोषण सहायता और भोजन उपलब्ध कराते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह इस बात पर निर्भर करता है कि वे कितने स्वस्थ हैं और उनका पेट कितना भरा हुआ है। इसलिए, मैं यह कहना चाहता हूं कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग तरह की बातचीत हो रही है। कृपया यह न समझें कि यह एक तरह की सार्वभौमिक घटना है, ऐसा नहीं है।’’
विदेश मंत्री ने कहा कि कुछ हिस्से ऐसे हैं, जहां यह अच्छी तरह से काम कर रहा है, लेकिन हो सकता है कि कुछ हिस्से ऐसे हों जहां यह ठीक से काम न कर रहा हो।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि लोगों को इस बारे में ईमानदारी से बातचीत करनी चाहिए कि ऐसा क्यों नहीं हो रहा है।’’
मंत्री ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘एमएससी-2025 की शुरुआत ‘एक और दिन वोट करने के लिए जियें: लोकतांत्रिक लचीलापन मजबूत करना’ विषय पर पैनल चर्चा से हुई। इसमें प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टोर, इलिसा स्लॉटकिन और त्रजास्कोव्स्की भी शामिल हुए। भारत को एक प्रभावी लोकतंत्र के रूप में रेखांकित किया। मौजूदा राजनीतिक निराशावाद के प्रति असहमति जताई। विदेशी हस्तक्षेप पर अपने विचार रखे।’’
जयशंकर के अलावा, पैनल में नॉर्वे के प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टोर, अमेरिकी सीनेटर स्लॉटकिन और वारसॉ के महापौर रफाल त्रजास्कोवस्की शामिल हुए।
भाषा संतोष दिलीप
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