रोहिंग्या पंजीकरण को लेकर आप विधायक जांच के घेरे में |

Ankit
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नयी दिल्ली, 12 जनवरी (भाषा) भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा और उनकी पार्टी के विधायक मोहिंदर गोयल के दिल्ली में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को आधार और मतदाता पहचान पत्र उपलब्ध कराने वाले गिरोह से कथित संबंधों पर उनकी ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाया।


भाजपा मुख्यालय में यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी नेता स्मृति ईरानी ने दावा किया कि जांच एजेंसी को शहर में 26 अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के आधार अद्यतन फार्म पर आप विधायकों मोहिंदर गोयल और जय भगवान के हस्ताक्षर और मुहर मिले हैं।

उन्होंने दावा किया कि जांच एजेंसियों ने मामले के संबंध में गोयल और उनके कार्यालय के कर्मचारियों को नोटिस जारी किया है, लेकिन वे अभी तक जांच में शामिल नहीं हुए हैं।

ईरानी ने कहा, “सवाल यह उठता है कि जब राजधानी में राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर चुनौती है, तो आप नेतृत्व चुप क्यों है और अपने विधायक को तत्काल जांच में शामिल होने का निर्देश क्यों नहीं दे रही है, ताकि पूरी सच्चाई सामने आ सके।”

उन्होंने यह भी पूछा, “क्या अरविंद केजरीवाल फर्जी मतदाता पहचान पत्रों की खरीद का समर्थन करने के लिए हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने की स्थिति में हैं, ताकि वह किसी प्रकार की राजनीतिक जीत का दावा कर सकें।”

आम आदमी पार्टी ने जवाब में अवैध प्रवासियों की आमद के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जिम्मेदार ठहराया।

आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने आरोप लगाया कि यह शाह की विफलता है कि रोहिंग्या गुजरात, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और देश के बाकी हिस्सों में बस गए।

उन्होंने शाह पर “देशद्रोह” का मामला दर्ज करने और “रोहिंग्याओं को दिल्ली में बसाने” के लिए पूर्व केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी को गिरफ्तार करने की मांग की।

कक्कड़ ने कहा कि भाजपा के आरोप दिल्ली में आगामी चुनावों में पार्टी की आसन्न हार के पूर्वाभास का प्रतिबिंब हैं।

एक अधिकारी ने बताया कि गोयल जांच के दायरे में तब आए, जब पुलिस ने उन्हें अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के एक गिरोह के साथ कथित संलिप्तता के संबंध में शनिवार और रविवार को नोटिस जारी किया।

पुलिस ने बताया कि रिठाला विधायक को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, क्योंकि प्रवासियों से जब्त दस्तावेजों पर कथित तौर पर उनके हस्ताक्षर और मुहर थे।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ईरानी ने इसको “राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला” बताया। उन्होंने कहा कि हालांकि इस मुद्दे पर “भारतीय मीडिया में प्रमुखता से चर्चा हुई है’’, लेकिन आम आदमी पार्टी (आप) ने इस पर “पूरी तरह चुप्पी” साध रखी है।

उन्होंने कहा, “कोई भी राजनीतिक नेता अगर वास्तव में राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों के प्रति प्रतिबद्ध है, तो वह चुप नहीं रहेगा। राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध एक नेता खुद ही मांग करेगा कि अगर कोई नेता और उसका कार्यालय स्टाफ इस तरह के जालसाजी में शामिल है, तो उसे पार्टी से निष्कासित कर दिया जाए।”

उन्होंने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री का नाम लिए बगैर कहा कि देश के लोग तभी विश्वास करेंगे कि केजरीवाल वास्तव में राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रीय हित के लिए प्रतिबद्ध हैं, जब वह सामने आएंगे और अपनी पार्टी के ऐसे नेताओं का कानून से सामना करवाएंगे।

ईरानी ने कहा कि पिछले महीने संगम विहार पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था और अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों द्वारा प्राप्त “फर्जी” पैन कार्ड और मतदाता पहचान पत्र की जांच की गई थी।

उन्होंने दावा किया, “जांच में पता चला कि रोहिणी सेक्टर 5 में एक दुकान में फर्जी आधार कार्ड बनाने का काम चल रहा था। जांच के बाद दुकान के मालिक ने पुष्टि की कि अफरोज नामक व्यक्ति ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर फर्जी आधार कार्ड बनाने में मदद की थी।”

फॉरेंसिक साइंस लैब द्वारा लैपटॉप डेटा के विश्लेषण से पता चला कि 26 आधार अपडेट फॉर्मों पर दो आप विधायकों, रिठाला विधानसभा सीट से मोहिंदर गोयल और बवाना विधानसभा सीट से जय भगवान के हस्ताक्षर और मुहर थे।

भाषा प्रशांत नरेश दिलीप

दिलीप



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