मुंबई, 10 जनवरी (भाषा) अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया शुक्रवार को 18 पैसे लुढ़क कर पहली बार 86.04 प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ। डॉलर की मजबूती और विदेशी संस्थागत निवेशकों पूंजी निकासी से रुपये पर दबाव बना हुआ है।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि विदेशों में कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और घरेलू शेयर बाजारों में नकारात्मक धारणा के कारण भी रुपये पर दबाव रहा।
उन्होंने कहा कि साथ ही 20 जनवरी के बाद डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में नए अमेरिकी सरकार के प्रतिबंधात्मक व्यापार उपायों की आशंका के बीच मांग बढ़ने से डॉलर मजबूत हुआ है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 85.88 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान यह 85.85 के उच्चतम स्तर पर पहुंचा हालांकि अंत में डॉलर के मुकाबले अबतक के सबसे निचले स्तर पर 86.04 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह पिछले बंद भाव के मुकाबले 18 पैसे की बड़ी गिरावट है।
रुपया बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.86 पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के अनुसंधान विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि घरेलू बाजारों में गिरावट और विदेशी पूंजी की निकासी जारी रहने के कारण रुपया एक और रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। मजबूत अमेरिकी डॉलर और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल ने भी रुपये पर दबाव डाला।
उन्होंने कहा, ‘‘ घरेलू बाजारों में कमजोर रुख, मजबूत डॉलर और लगातार विदेशी पूंजी की निकासी से रुपये पर दबाव जारी रह सकता है। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के साथ-साथ अमेरिकी बॉंण्ड प्रतिफल में उछाल से घरेलू मुद्रा पर और दबाव पड़ सकता है।’’
चौधरी ने कहा, ‘‘ हालांकि, रिजर्व बैंक के किसी भी हस्तक्षेप से रुपये को निचले स्तरों पर सहारा मिल सकता है। निवेशकों की नजर गैर-कृषि क्षेत्र में नौकरी की रिपोर्ट होगी। डॉलर-रुपया की हाजिर कीमत के 85.80 से 86.15 रुपये के बीच रहने की संभावना है।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.01 प्रतिशत की बढ़त के साथ 109.01 पर रहा। 10-वर्षीय अमेरिकी बॉण्ड का प्रतिफल भी अप्रैल 2024 के स्तर 4.69 प्रतिशत पर पहुंच गया।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 1.96 प्रतिशत की बढ़त के साथ 78.43 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
घरेलू शेयर बाजार में बीएसई सेंसेक्स 241.30 अंक की गिरावट के साथ 77,378.91 अंक पर, जबकि निफ्टी 95.00 अंक फिसलकर 23,431.50 अंक पर बंद हुआ। पिछले तीन सत्रों से घरेलू बाजारों में गिरावट जारी है।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने शुक्रवार को 2,254.68 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश रमण
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