मुंबई, एक जनवरी (भाषा) रुपया नए साल के पहले सत्र में बुधवार को शुरुआती कारोबार में पांच पैसे की गिरावट के साथ 85.69 प्रति डॉलर पर आ गया। विदेशी बाजारों में अमेरिकी मुद्रा की मजबूती और विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी से स्थानीय मुद्रा पर दबाव पड़ा।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि ब्याज दरों में कटौती को लेकर फेडरल रिजर्व के सतर्क रुख और अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत से डॉलर सूचकांक (डीएक्सवाई) तथा अमेरिकी 10 साल के बॉण्ड प्रतिफल में मजबूती से रुपया लगातार दबाव में है। इसके अलावा वैश्विक बाजारों में भी कम कारोबार की आशंका है, क्योंकि ब्रिटेन तथा यूरोप जैसी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में छुट्टियों का मौसम जारी है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 85.63 प्रति डॉलर पर खुला और बाद में 85.69 प्रति डॉलर पर पहुंच गया जो पिछले बंद भाव से पांच पैसे की गिरावट दर्शाता है।
रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 12 पैसे की गिरावट के साथ 85.64 के नए सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 104.48 पर रहा।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 74.64 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) मंगलवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 4,645.22 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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