मुंबई, 28 अगस्त (भाषा) आयातकों, विशेषकर पेट्रोलियम कंपनियों की मजबूत डॉलर मांग के बीच बुधवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया तीन पैसे गिरकर 83.96 (अस्थायी) पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख, विदेशी पूंजी प्रवाह और कच्चे तेल की कीमतों में रातोंरात गिरावट की वजह से रुपये का नुकसान सीमित रहा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.94 प्रति डॉलर पर खुला और दिन में कारोबार के दौरान 83.97 प्रति डॉलर के निचले स्तर को छूने के बाद कारोबार के अंत में 83.96 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ। यह पिछले बंद स्तर से तीन पैसे की गिरावट है।
पिछले कारोबारी सत्र में मंगलवार को रुपया छह पैसे की गिरावट के साथ 83.93 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि अमेरिकी डॉलर में सुधार तथा तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) और आयातकों की ओर से मासांत की डॉलर मांग से रुपया मामूली नकारात्मक रुझान के साथ कारोबार करेगा।”
चौधरी ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नरम नीति के बीच वैश्विक जोखिम भावनाओं में वृद्धि तथा सितंबर में अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदों से रुपये को समर्थन मिल सकता है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.36 प्रतिशत बढ़कर 100.91 हो गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 0.93 प्रतिशत घटकर 78.81 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 73.80 अंक बढ़कर 81,785.56 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 34.60 अंक की बढ़त के साथ 25,052.35 अंक के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को 1,503.76 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
भाषा अनुराग अजय
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