नयी दिल्ली, 26 जनवरी (भाषा) राष्ट्रपति भवन में रविवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित जलपान समारोह मुख्य रूप से दक्षिण भारत की पाक कला और सांस्कृतिक विविधता पर केंद्रित था।
जलपान समारोह में, इस वर्ष के गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कई केंद्रीय मंत्री और प्रशासनिक, सैन्य एवं पुलिस अधिकारी तथा राजनयिक शामिल हुए।
मेहमानों का स्वागत पांच दक्षिणी राज्यों – तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल – में से प्रत्येक के एक-एक जोड़े ने अपनी मातृभाषा में किया, जो उस क्षेत्र की वेशभूषा में थे।
समारोह में विशेष आमंत्रितों में, ‘ड्रोन दीदी’, प्राकृतिक खेती करने वाले किसान और विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि अर्जित करने वाली महिलाएं और ‘दिव्यांग’ शामिल थे।
इन राज्यों के संगीतकारों ने संक्षिप्त प्रस्तुतियां दीं।
दिव्यांगजनों के लिए जलपान समारोह अधिक समावेशी था, जिसमें उनकी सहायता करने वाले लोग भी शामिल थे।
मेहमानों में स्टार्ट-अप संस्थापक और विभिन्न व्यवसायों से प्रतिष्ठित व्यक्ति भी शामिल थे।
‘हाई टी’ व्यंजन सूची में गोंगुरा अचार भरवां कुझी पनियारम, (सोरेल लीफ अचार के साथ तला हुआ और खमीर वाला चावल का एक व्यंजन), आंध्र मिनी-प्याज समोसा, टमाटर मूंगफली की चटनी, करुवेप्पिलई पोडी घी मिनी रागी इडली शामिल थे।
इसके अलावा, उडुपी उद्दीना वड़ा (कुरकुरे डोनट के आकार के दाल के पकौड़े), पोडी के साथ मिनी मसाला उत्तपम, कोंडाकदलाई सुंडल (मसालों के साथ चने), मुरुक्कू, केले के चिप्स और साबूदाना चिप्स भी परोसे गए।
मिठाई के रूप में रवा केसरी (सूजी, घी, चीनी और केसर से बना मीठा व्यंजन), परिप्पु प्रदमन (ताड़ के गुड़ के साथ दाल नारियल के दूध का हलवा), मैसूर पाक, सूखे मेवे का पुथारेकालू और रागी लड्डू शामिल थे।
पेय पदार्थों में हरी सब्जियों का जूस, संतरे का जूस, नारियल पानी, इलाइची चाय, फिल्टर कॉफी नीलगिरी और ग्रीन टी भी परोसे गए।
भाषा सुभाष वैभव
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