मुंबई, 14 अप्रैल (भाषा) महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने सोमवार को महाराष्ट्र के निर्माण में बी.आर. आंबेडकर के योगदान को याद किया और बताया कि कैसे मुंबई में उनका निवास संयुक्त महाराष्ट्र समिति का बैठक केंद्र बन गया।
आंबेडकर की जयंती पर एक पोस्ट में ठाकरे ने कहा कि यह याद रखना जरूरी है कि कैसे उन्होंने उस समय एकीकृत महाराष्ट्र (संयुक्त महाराष्ट्र चलवल) के संघर्ष का समर्थन किया था।
मनसे प्रमुख ने कहा कि यह याद रखना जरूरी है कि उन्होंने मुंबई सहित एकीकृत महाराष्ट्र न होने के लिए दिए जा रहे सभी तर्कों का किस तरह जवाब दिया था।
संयुक्त महाराष्ट्र के संघर्ष के प्रारंभिक दौर में, कॉमरेड डांगे, एस.एम. जोशी, आचार्य अत्रे और संयुक्त महाराष्ट्र समिति के अन्य नेताओं ने दिल्ली में आंबेडकर से उनके निवास पर मुलाकात की थी और संघर्ष में उनका और उनके अनुयायियों का सहयोग मांगा था।
ठाकरे ने कहा कि उस समय बाबासाहेब ने यह भी कहा था कि ‘मेरा अनुसूचित जाति महासंघ जिब्राल्टर की चट्टान की तरह संयुक्त महाराष्ट्र समिति के साथ खड़ा रहेगा।’
मनसे नेता ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “वह यहीं नहीं रुके। मुंबई में उनका निवास ‘राजगृह’ संयुक्त महाराष्ट्र समिति की बैठकों का केंद्र बन गया। मेरे दादा प्रबोधनकर ठाकरे भी इन बैठकों में मौजूद रहते थे।”
भाषा प्रशांत दिलीप
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