राज्यपाल ने तिरुवल्लुवर के भगवा पृष्ठभूमि वाले चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की, कांग्रेस बिफरी

Ankit
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चेन्नई, 15 जनवरी (भाषा) तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने बुधवार को संत कवि एवं दार्शनिक तिरुवल्लुवर की जयंती के मौके पर भगवा पृष्ठभूमि वाले उनके एक चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की, जिससे सियासी विवाद खड़ा हो गया। कांग्रेस की तमिलनाडु इकाई ने भगवा पृष्ठभूमि में तिरुवल्लुवर के चित्रण को अस्वीकार्य बताया और केंद्र सरकार से रवि को राज्यपाल पद से तत्काल हटाने की मांग की।


रवि ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में तिरुक्कुरल (राजनीति, प्रेम, नैतिकता और अर्थशास्त्र से संबंधित विषयों पर दोहों का संग्रह है) को विरासत में देने के लिए तिरुवल्लुवर की तारीफ की और इस काव्य रचना को अद्वितीय ज्ञान के भंडार और अतुलनीय मार्गदर्शक के रूप में सराहा।

संत कवि एवं दार्शनिक तिरुवल्लुवर के सम्मान में तमिल महीने ‘थाई’ के दूसरे दिन को तिरुवल्लुवर दिवस के रूप में मनाया जाता है।

चेन्नई में राज भवन परिसर में रवि ने तिरुवल्लुवर के एक चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की, जिसमें उन्हें भगवा पृष्ठभूमि में रुद्राक्ष की माला, विभूति और कुमकुम जैसे धार्मिक चिह्नों के साथ दिखाया गया है।

तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के सेल्वापेरुन्थागई ने भगवा पृष्ठभूमि में तिरुवल्लुवर के चित्रण को ‘अस्वीकार्य’ करार दिया। उन्होंने कहा कि तिरुवल्लुवर के ऐसे चित्र का उपयोग करना, जिससे धार्मिक झुकाव प्रदर्शित होता हो और सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त चित्र का इस्तेमाल नहीं करना कानून के खिलाफ है।

सेल्वापेरुन्थागई ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, “यह निंदनीय और अफसोसजनक है कि राज्यपाल ऐसा कर रहे हैं, जबकि कानून को बनाए रखना उनका कर्तव्य है। केंद्र सरकार को रवि को राज्यपाल पद से हटा देना चाहिए, क्योंकि वह न केवल तमिलनाडु सरकार का, बल्कि तमिल जाति और तिरुवल्लुवर का भी लगातार अपमान कर रहे हैं।”

रवि ने ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा, “ भारत के तमिल संरक्षक संत तिरुवल्लुवर को राष्ट्र अत्यंत कृतज्ञता और अत्यंत श्रद्धा के साथ याद करता है। कई हजार साल पहले उन्होंने हमें अद्वितीय ज्ञान का भंडार ‘तिरुक्कुरल’ दिया, जो हर व्यक्ति और संस्थान के लिए अतुलनीय मार्गदर्शक है। भारत की सनातन सभ्यता परंपरा में उन्होंने हमें व्यक्तिगत और सामूहिक जीवन में ईश भक्ति की महत्ता बताई और सदाचार की शिक्षा दी।”

राज्यपाल ने कहा, “तिरुवल्लुवर ने समाज के सभी वर्गों के साथ-साथ शासकों के लिए एक व्यापक सदाचार संहिता बनाई। यद्यपि हम आज तिरुवल्लुवर दिवस मना रहे हैं, लेकिन वह दैनिक आधार पर हमारे मार्गदर्शक बने हुए हैं और इसलिए उन्हें हर दिन याद किया जाना चाहिए और उनकी विरासत का जश्न मनाया जाना चाहिए। माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद, जो तिरुवल्लुवर के महान भक्त हैं। ‘तिरुक्कुरल’ की शिक्षाएं अब दुनिया भर में गूंज रही हैं।”

भाषा पारुल पवनेश

पवनेश



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