मुंबई, 28 फरवरी (भाषा) महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार की अध्यक्षता में शुक्रवार को पार्टी नेताओं के साथ हुई बैठक के बाद सभी को (नेताओं) संभागवार जिम्मेदारियां सौंपी गईं।
पवार ने बैठक के दौरान नेताओं से राज्य की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करने और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सरकार के कामकाज पर नजर रखने के लिए कहा। फडणवीस सरकार 100 दिन पूरे कर रही है।
राकांपा (एसपी) के सांसद अमोल कोल्हे ने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘नेताओं को संभागवार जिम्मेदारियां दी गई हैं। अनिल देशमुख और राजेंद्र शिंगणे विदर्भ का कामकाज देखेंगे जबकि मराठवाड़ा को राजेश टोपे और जयप्रकाश दांडेगांवकर संभालेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘शशिकांत शिंदे और हर्षवर्द्धन पाटिल को पश्चिमी महाराष्ट्र, जबकि सुनील भुसारा और जीतेंद्र आव्हाड को कोंकण की जिम्मेदारी दी गई है। पार्टी नेता सात-आठ मार्च को राज्य का दौरा करेंगे और पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए तालुका स्तर की बैठकें करेंगे।’’
कोल्हे ने कहा कि बिजली की बढ़ती दरों और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध एवं अत्याचारों को उजागर किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘महाविकास आघाडी (एमवीए)ठीक काम कर रही है। महायुति गठबंधन में अशांति और सहमति की कमी को उजागर किया जाना चाहिए। हमने देखा है कि किस तरह गृह राज्य मंत्री ने पुणे बलात्कार मामले पर बचकानी टिप्पणी की है।’’
कोल्हे ने मंत्री योगेश कदम के बृहस्पतिवार को दिए गए उस बयान का जिक्र किया है जिसमें उन्होंने स्वारगेट बस डिपो पर खड़ी एमएसआरटीसी की बस में एक महिला से हुए बलात्कार के मामले में कहा था कि अपराध के दौरान कोई बल प्रयोग या शोर नहीं हुआ, इसलिए आसपास के लोगों को इसके बारे में पता नहीं चल पाया।
कोल्हे ने दावा किया कि मंत्रियों के पास ओएसडी और अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति का कोई अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि कोई भी एमवीए को नहीं छोड़ेगा और सत्तारूढ़ गठबंधन राज्य के सामने मौजूद मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इस संबंध में झूठी कहानी फैला रहा है।
भाषा प्रीति धीरज
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