मुंबई, 27 फरवरी (भाषा) शिवसेना नेता संजय राउत ने बृहस्पतिवार को पुणे में बस अड्डे में खड़ी राज्य परिवहन की बस के अंदर एक महिला के साथ दुष्कर्म की तुलना 2012 में दिल्ली में हुई सामूहिक बलात्कार की घटना से की और कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर जिला संरक्षक मंत्री अजित पवार पर निशाना साधा।
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि महाराष्ट्र में महिलाओं के खिलाफ अपराध में भारी वृद्धि हुई है।
वहीं, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि आरोपी अब भी फरार है और उसे बख्शा नहीं जाएगा।
संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा कि अगर राज्य में विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी की सरकार होती तो भारतीय जनता पार्टी (भाजा) की महिला नेता अब तक राज्य मुख्यालय मंत्रालय के बाहर हंगामा कर रही होतीं।
मंगलवार को पुणे के स्वारगेट बस अड्डे पर राज्य परिवहन की बस के अंदर 26 वर्षीय महिला के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया गया। आरोपी 37 वर्षीय हिस्ट्रीशीटर दत्तात्रेय रामदास गाडे को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
राउत ने महिलाओं के लिए वित्तीय सहायता की भाजपा नीत सरकार की लाडकी बहिन योजना का जिक्र करते हुए पूछा, “हर महीने 1,500 रुपये देकर क्या आपने महिलाओं का आत्मसम्मान खरीद लिया है?”
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को उपमुख्यमंत्री अजित पवार से जवाब मांगना चाहिए जो पुणे के संरक्षक मंत्री भी हैं।
शिवसेना (उबाठा) नेता ने कहा, “यह दिल्ली के निर्भया कांड जैसा है। सौभाग्य से, महिला बच गई (इस मामले में)।”
दिल्ली में 2012 में फिजियोथैरेपी की 23 वर्षीय छात्रा, जिसे बाद में ‘निर्भया’ कहा जाने लगा, के साथ दिल्ली में एक बस में सामूहिक बलात्कार किया गया। बाद में उसने अपने घावों के कारण उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था।
राउत ने कहा कि पुणे में गैंगस्टरों को कानून का कोई डर नहीं है। उन्होंने कहा कि गृह विभाग का इस्तेमाल राजनीतिक उद्देश्यों और राजनीतिक विरोधियों को दबाने के लिए किया जा रहा है और “यह राज्य के लिए बहुत बड़ा उपकार होगा यदि गृह विभाग का इस्तेमाल “लाडकी बहनों’ की सुरक्षा के लिए किया जाए।”
इस बीच, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पुणे की घटना को “बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय” करार दिया।
उन्होंने कहा, “मैंने पुणे पुलिस आयुक्त से बात की है और उन्हें आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं। ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगी कि उन्हें मृत्युदंड मिले।”
शिंदे ने कहा कि उन्होंने परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक से भी बात की है और उन्हें बताया है कि महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के डिपो में खड़ी कबाड़ हो चुकी बसों को जल्द से जल्द नीलाम किया जाना चाहिए।
शिंदे ने कहा, “परिवहन मंत्री ने घटना के बाद (स्वारगेट पर) सुरक्षा गार्डों को बर्खास्त कर दिया है। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा और एमएसआरटीसी द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
सरनाईक शिंदे की शिवसेना से ताल्लुक रखते हैं।
भाषा प्रशांत माधव
माधव