नयी दिल्ली, 31 जनवरी (भाषा) चिकित्सकों, खिलाड़ियों और विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने मोटापे से लड़ने और तेल की खपत कम करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान का समर्थन किया है।
हाल में देहरादून में 38वें राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन समारोह में अपने संबोधन के दौरान मोदी ने चर्चा की कि कैसे देश में मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है, जो चिंता का विषय है क्योंकि इससे मधुमेह और हृदय से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
मुक्केबाज विजेंद्र सिंह ने कहा कि संतुलित आहार, व्यायाम और स्वास्थ्य के संबंध में मोदी द्वारा शुरू किया गया अभियान सराहनीय है।
उन्होंने कहा, ‘‘ इस पहल से बहुत से लोगों को बहुत फ़ायदा हो सकता है, ख़ास तौर पर मधुमेह या मोटापे से पीड़ित लोगों को। अपने खान-पान की आदतों में छोटे-छोटे बदलाव करके और व्यायाम को महत्व देकर लोग अपने स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं। ’’
अभिनेता अक्षय कुमार ने मोदी की अपील का वीडियो साझा करते हुए ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘कितना सच है। मैं यह सालों से कह रहा हूं…मुझे अच्छा लगा कि प्रधानमंत्री ने खुद इसे इतने सटीक ढंग से कहा है। स्वास्थ्य है तो सब कुछ है। मोटापे से लड़ने के सबसे बड़े हथियार हैं- 1. पर्याप्त नींद 2. ताजी हवा और सूरज की रोशनी 3. कोई प्रसंस्कृत भोजन नहीं, कम तेल।’’
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की दक्षिण-पूर्व एशिया इकाई ने भी कहा,‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बढ़ते मोटापे और मधुमेह, हृदय रोग जैसी संबंधित गैर-संचारी बीमारियों से निपटने के लिए नियमित शारीरिक गतिविधि और संतुलित पौष्टिक आहार का आह्वान किया है। ’’
पीडी हिंदुजा अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौतम खन्ना ने इसे मोटापे और उससे जुड़े जोखिमों को कम करने के महत्व पर एक समय पर दिया गया संदेश बताया। उन्होंने कहा, ‘‘स्वास्थ्य हमारी सबसे बड़ी संपत्ति है।’’
उजाला सिग्नस हेल्थकेयर सर्विसेज के संस्थापक निदेशक डॉ. शुचिन बजाज ने कहा कि मोटापा एक गंभीर चुनौती है, जिससे हमें एक देश के रूप में तुरंत और मिलकर लड़ना होगा।
भाषा राजकुमार रंजन
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