(तस्वीर के साथ)
मुंबई, 28 फरवरी (भाषा) रिलायंस जियो इन्फोकॉम के चेयरमैन आकाश अंबानी ने शुक्रवार को कहा कि उनके लिए किसी दफ्तर में बिताए गए कामकाजी घंटों से ज्यादा काम की गुणवत्ता मायने रखती है।
अंबानी की यह टिप्पणी प्रति सप्ताह कार्यस्थल पर बिताए जाने वाले घंटों की संख्या को लेकर जारी बहस के बीच आई है।
देश के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी के बेटे ने कहा कि काम और परिवार दोनों ही उनके जीवन की सबसे बड़ी प्राथमिकताएं हैं और किसी व्यक्ति के लिए जीवन में अपनी प्राथमिकताओं को जानना बहुत महत्वपूर्ण है।
आकाश अंबानी ने यहां ‘मुंबई टेक वीक’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं इसके बारे में (काम पर बिताए जाने वाले समय के बारे में) समय और घंटों की मात्रा के लिहाज से नहीं सोचता। यह आपके हर दिन किए जाने वाले काम की गुणवत्ता के बारे में है।’
भारतीय कंपनी जगत के अधिकारियों ने हाल के दिनों में कामकाजी घंटों को लेकर अलग-अलग राय जताई है। किसी ने हफ्ते में 90 घंटे तक काम करने और परिवार की जगह काम को प्राथमिकता देने की वकालत की तो किसी ने उन घंटों से मिलने वाले परिणामों के पक्ष में बात की है। वहीं एक तबका प्रति सप्ताह 50 घंटे से कम काम करने के पक्ष में है।
अंबानी ने कहा कि उनकी कंपनी ने कृत्रिम मेधा (एआई) के मोर्चे पर मार्गदर्शन के लिए 1,000 से अधिक डेटा वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और इंजीनियरों की एक टीम बनाई है।
उन्होंने कहा कि कंपनी जामनगर में एक गीगावाट क्षमता का डेटा सेंटर भी बना रही है, जो देश की एआई यात्रा में मदद करेगा। इसके अलावा कंपनी व्यापक परिवेश के लाभ के लिए ग्राफिक प्रसंस्करण इकाई (जीपीयू) की पेशकश पर भी विचार कर रही है।
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प्रेम रमण
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