कोलकाता, दो मार्च (भाषा) यादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) परिसर में वामपंथी छात्र कार्यकर्ताओं द्वारा पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु को घेर लिए जाने के एक दिन बाद, मंत्री ने रविवार को दावा किया कि उन पर और प्रोफेसर एसोसिएशन के सदस्यों पर हमले सुनियोजित थे।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की छात्र शाखा ‘स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई)’ और अति वामपंथी छात्र संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा शिक्षा मंत्री को घेरने की घटना को भी ‘पूर्वनियोजित’ बताया।
तृणमूल कांग्रेस के प्रति झुकाव रखने वाली ‘पश्चिम बंगाल कॉलेज एवं प्रोफेसर्स एसोसिएशन’ (डब्ल्यूबीसीयूपीए) की वार्षिक आम बैठक के दौरान एक मार्च को हुई घटना के बारे में पहली आधिकारिक पोस्ट में पार्टी ने कहा, ‘‘कौन सी क्रांतिकारी विचारधारा ऐसी अराजकता सिखाती है?’’
टीएमसी ने कहा, ‘‘हम यादवपुर विश्वविद्यालय में मंत्री बसु पर पूर्वनियोजित हमले की कड़ी निंदा करते हैं।’’
पार्टी ने कहा, ‘‘हमारी नेता ममता बनर्जी द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलते हुए, हम बदलाव में विश्वास करते हैं, बदले में नहीं। बंगाल के लोग इस तरह के लोकतंत्र विरोधी आक्रमण को बर्दाश्त नहीं करेंगे।’’
बंगाल के एक टीवी चैनल से बात करते हुए मंत्री ब्रात्य बसु ने कहा कि वहां काफी अराजकता थी और ‘40-50 छात्रों के एक गिरोह’ ने उनकी कार के शीशे तोड़ दिए, जिसके कारण वह और कार चालक घायल हो गए।
बसु ने दावा किया कि छात्रों के शोरगुल भरे प्रदर्शन के चलते यादवपुर विश्वविद्यालय के कुलपति यहां परिसर में पुलिस लेकर आना चाहते थे।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कुछ छात्र प्रतिनिधियों से बात करने के लिए तैयार था और उनसे कहा गया कि वे अपने प्रत्याशियों का चयन करें, क्योंकि मैं बातचीत के लिए एक समय में 40-50 लोगों से नहीं मिल सकता। लेकिन वे बात नहीं करना चाहते थे।’’
मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारी छात्र उनकी कार की बोनट पर चढ़ गए।
बसु ने कहा, ‘‘जैसे-जैसे उनकी संख्या बढ़ती गई, वे और अधिक आक्रामक होते गए। कार के शीशे तोड़ दिए, जिसकी वजह से मेरी कार का चालक घायल हो गया। वह घबरा गया और तीन घंटे से अधिक समय तक गाड़ी रोके रखने के बाद वाहन चलाने लगा। यह एक सुनियोजित हमला था।’’
मंत्री ने कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि एक प्रदर्शनकारी छात्र उनकी कार के चक्के से घायल हो गया।
भाषा यासिर नरेश संतोष
संतोष