मुख्य सचिव ने बठिंडा के एक विश्वविद्यालय में हुई हिंसा पर जताई नाराजगी |

Ankit
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पटना, 21 मार्च (भाषा) मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने शुक्रवार को बठिंडा के एक निजी विश्वविद्यालय में बिहार के विद्यार्थियों पर कथित हमले की खबरों पर पंजाब में अपने समकक्ष से बात कर नाराजगी जताई।


उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने घटना की निंदा की और पंजाब सरकार से बिहार के छात्रों को सुरक्षा मुहैया कराने को कहा।

बठिंडा में गुरु काशी विश्वविद्यालय (जीकेयू) ने पुलिस को दिए एक लिखित बयान में बताया, “हम इस घटना में शामिल विद्यार्थियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं करना चाहते और आंतरिक अनुशासनात्मक कार्यवाही के जरिए मामले को सुलझाएंगे।”

मीणा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “मैंने इस मुद्दे पर पंजाब के मुख्य सचिव केएपी सिन्हा से बात की। उन्होंने मुझे आश्वासन दिया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और संबंधित अधिकारी घटनाक्रम पर कड़ी नजर रख रहे हैं।”

चौधरी ने इस घटना पर टिप्पणी करते हुए संवाददाताओं से कहा, “जीकेयू में बिहार के छात्रों पर हमले की घटना बेहद निंदनीय है। मुझे पता चला कि इस घटना में राज्य के कई युवक घायल हुए हैं। आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार में पंजाब गुंडागर्दी का गढ़ बन गया है। पंजाब सरकार को बिहार के छात्रों को तत्काल सुरक्षा मुहैया करानी चाहिए और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”

जानकारी के अनुसार, 17, 18 और 19 मार्च को विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए थे और छात्रों ने विभिन्न राज्यों की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए राशि एकत्रित की थी।

बिहार के छात्रों ने भी इसमें अपना योगदान दिया था और एकत्र की गई राशि को लेकर दो समूहों के बीच विवाद हो गया, जिसके कारण कथित तौर पर हाथापाई हुई।

बठिंडा में पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, “विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा इस बारे में सूचित किये जाने पर पुलिस ने कुछ छात्रों को हिरासत में लिया। हालांकि, विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों ने पुलिस को एक लिखित बयान दिया, जिसमें कहा गया कि वे कानूनी कार्रवाई नहीं करना चाहते हैं और आंतरिक अनुशासनात्मक कार्यवाही के माध्यम से मामले को सुलझाएंगे। छात्रों को आवश्यक निर्देश देने के बाद, सभी को रिहा कर दिया गया।”

भाषा अनवर जितेंद्र

जितेंद्र



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