मुख्यमंत्री बनने के बाद सहयोगियों को लेकर यह रवैया क्यों |

Ankit
2 Min Read


नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (भाषा) कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर कांग्रेस की आपत्तियों को खारिज किए जाने के बाद सोमवार को उन पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें अपने तथ्यों की जांच करना चाहिए।


लोकसभा में पार्टी के सचेतक टैगोर ने यह सवाल भी किया कि मुख्यमंत्री बनने के बाद उमर का अपने सहयोगी दलों के प्रति ऐसा रवैया क्यों है?

अब्दुल्ला ने शुक्रवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए विशेष साक्षात्कार में कांग्रेस पार्टी की इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर तीखी आपत्ति को खारिज किया था और कहा था कि ऐसा नहीं हो सकता कि जब आप चुनाव जीतें तो परिणाम स्वीकार कर लें और जब हार जायें तो ईवीएम पर दोष मढ़ दें।

उन्होंने कहा था, ‘‘जब इसी ईवीएम के इस्तेमाल से (हुए चुनाव के बाद) संसद में आपके सौ से अधिक सदस्य पहुंच जाते हैं और आप अपनी पार्टी के लिए जीत का जश्न मनाते हैं, तो आप कुछ महीने बाद पलटकर यह नहीं कह सकते कि… हमें ये ईवीएम पसंद नहीं हैं क्योंकि अब चुनाव के परिणाम उस तरह नहीं आ रहे हैं जैसा हम चाहते हैं।’’

टैगोर ने अब्दुल्ला के इस साक्षात्कार का वीडियो सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर रिपोस्ट करते हुए कहा, ‘‘यह समाजवादी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) और शिवसेना (उबाठा) हैं जिन्होंने ईवीएम के खिलाफ बात की है। मुख्यमंत्री अमर अब्दुल्ला, कृपया अपने तथ्यों की जांच करें।’’

उन्होंने ईवीएम के मुद्दे पर कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के एक प्रस्ताव को भी साझा किया और कहा कि इसमें निर्वाचन आयोग को इस मामले पर स्पष्ट रूप से संबोधित किया गया है।

टैगोर ने नेशनल कांफ्रेंस के नेता पर पलटवार करते हुए कहा, ‘‘मुख्यमंत्री बनने के बाद अपने सहयोगियों के प्रति यह रवैया क्यों?’’

भाषा हक

हक मनीषा

मनीषा



Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *