मुंगेर, 15 मार्च (भाषा) बिहार के मुंगेर जिले में लोगों के एक समूह द्वारा कथित तौर पर किए गए हमले में सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) संतोष कुमार सिंह की मौत से जुड़े मामले में अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि मृतक की पहचान एएसआई संतोष कुमार सिंह के रूप में हुई है, जो मुंगेर के मुफस्सिल थाने में आपातकालीन डायल नंबर सेवा 112 में तैनात थे।
इसी तरह की एक अन्य घटना में अररिया जिले में बुधवार रात को पुलिसकर्मियों और लोगों के एक समूह के बीच हाथापाई में एक एएसआई की मौत हो गई थी। ताजा घटना शुक्रवार शाम को मुफस्सिल थानाक्षेत्र के अंतर्गत नंदलालपुर गांव में हुई।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विनय कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “एएसआई अन्य अधिकारियों के साथ रात करीब साढ़े आठ बजे दो पक्षों के बीच विवाद से जुड़े एक मामले की जांच करने नंदलालपुर गांव गए थे। विवाद में शामिल कुछ लोगों ने उनके सिर पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। ये लोग शराब के नशे में थे। एएसआई को गंभीर चोटें आईं और उन्हें नजदीकी सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना भेज दिया गया।”
उन्होंने बताया कि शनिवार सुबह पटना के एक अस्पताल में सिंह की मौत हो गई।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और पुलिस ने अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।”
अधिकारी ने बताया, “जब गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक गुड्डू कुमार को अन्य संदिग्धों की पहचान के लिए पुलिस वाहन में ले जाया जा रहा था, तब बाकरपुर बागीचा के पास बकरी को बचाने के प्रयास में वाहन सड़क किनारे एक पेड़ से टकरा गया।”
मुंगेर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सैयद इमरान मसूद ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “मौके का फायदा उठाकर आरोपी ने पुलिस का हथियार छीनकर भागने की कोशिश की। उसने पुलिसकर्मियों पर गोली चलाई लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया।”
उन्होंने बताया कि वाहन के पेड़ से टकराने के कारण कुछ पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आईं।
अधिकारी ने बताया कि पुलिसकर्मियों द्वारा आत्मरक्षा में चलाई गयी गोली आरोपी के पैर में लगी, जिसके बाद उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया और उसका इलाज जारी है।
उन्होंने बताया कि आरोपी की हालत स्थिर है।
अधिकारी ने बताया कि अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है।
एएसआई सिंह के शव को अंतिम दर्शन के लिए मुफस्सिल थाने लाया गया, जिसके बाद उनके परिवार के सदस्य अंतिम संस्कार के लिए पटना रवाना हो गए।
इससे पहले पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने दावा किया था कि मामले के सिलसिले में पांच से छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस महानिदेशक ने बिहार के विभिन्न हिस्सों में पुलिसकर्मियों पर हाल ही में हुए हमलों पर टिप्पणी करते हुए बताया कि सभी पुलिस थानों को विभिन्न मामलों में छापेमारी करने से पहले स्थिति का आकलन करने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने बताया कि जांच स्थलों पर हमेशा पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मियों के साथ जाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस को अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में आपराधिक मामलों में वांछित फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए अभियान तेज करने को कहा गया है।
मुंगेर और अररिया की घटनाओं में जान गंवाने वाले पुलिसकर्मी आपातकालीन नंबर 112 से जुड़े थे।
इस बीच, राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली मौजूदा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को लोगों की सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है।”
उन्होंने कहा, “हर दिन राज्य में हत्या, बैंक डकैती, अपहरण, जबरन वसूली, दुष्कर्म और पुलिसकर्मियों पर हमले की घटनाएं हो रही हैं। मुख्यमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं। मुख्यमंत्री जी अचेत अवस्था में हैं। मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग भी है, लेकिन सरकार अपराधियों को संरक्षण और बढ़ावा दे रही है।”
यादव ने आरोप लगाया, “सरकार, अपराधियों और पुलिस के गठजोड़ ने नागरिकों का जीना दुश्वार कर दिया है। मुख्यमंत्री इस सरकार को चलाने में सक्षम नहीं हैं। अपराधी पुलिस अधिकारियों की हत्या कर रहे हैं। राज्य में लगभग हर दिन हत्याएं हो रही हैं।”
भाषा अनवर जितेंद्र
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