देहरादून (उत्तराखंड), एक अप्रैल (भाषा) कथित तौर पर मिलावटी कुटटू के आटे से बने पकवान खाने के बाद यहां करीब 300 लोगों के बीमार होने के मामले की जांच के लिए उत्तराखंड सरकार ने मंगलवार को एक समिति का गठन कर दिया जो तीन दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी ।
चैत्र नवरात्रि के मौके पर मिलावटी कुटटू के आटे से बने पकवान खाने के बाद खाद्य विषाक्तता से इन लोगों की तबीयत रविवार रात को बिगड़ गयी थी और उनमें से कई को सोमवार सुबह अस्पतालों में भर्ती कराना पड़ा था।
कुट्टू के जिस आटे को खाने के बाद लोगों की तबीयत खराब हुई, उसकी आपूर्ति उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से हुई थी ।
स्वास्थ्य सचिव एवं खाद्य संरक्षा और औषधि प्रशासन (एफडीए) के आयुक्त डॉ. आर राजेश कुमार ने यहां बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर इस प्रकरण की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया है ।
उन्होंने बताया कि खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन के अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी की अध्यक्षता में गठित यह समिति विभिन्न पहलुओं की गहन जांच कर तीन दिन के भीतर अपनी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी ।
कुमार ने बताया कि समिति से अपनी रिपोर्ट में ऐसे सुझाव भी शामिल करने को कहा गया है जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो ।
स्वास्थ्य सचिव ने आम जनता से भी खाद्य उत्पादों की खरीद में सावधानी बरतने और किसी भी संदिग्ध खाद्य पदार्थ की सूचना तुरंत संबंधित विभाग को देने की अपील भी की है ।
इस बीच, एफडीए ने मिलावटखोरों के खिलाफ प्रदेशभर में दुकानों और खाद्य गोदामों में छापेमारी की। एफडीए की टीम ने अब तक सभी 13 जिलों में पंद्रह सौ से अधिक दुकानों पर छापेमारी की है । इस दौरान कुटटू के आटे के 100 से अधिक नमूने लिए गए तथा दो दर्जन से अधिक दुकानों को नोटिस थमाए गए हैं।
जग्गी ने बताया कि मिलावट की आशंका को देखते हुए कुटटू के आटे की बड़ी मात्रा को नष्ट कर दिया गया है ।
सोमवार को हुए प्रकरण के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सहारनपुर स्थित कुटटू के आटे के मुख्य आपूर्तिकर्ता समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया । इसके अलावा, देहरादून के विभिन्न इलाकों में स्थित 22 दुकानों को सील कर दिया था ।
भाषा दीप्ति राजकुमार
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