मानसिक रोगों की पहचान व उपचार से आत्महत्या पर प्रभावी रोकथाम संभव : विशेषज्ञ |

Ankit
2 Min Read


जयपुर, 10 सितम्बर (भाषा) राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक डॉ. भारती दीक्षित ने कहा कि मानसिक रोगों के कारणों की पहचान कर, उन्हें यथासंभव रोककर तथा उचित उपचार के माध्यम से आत्महत्याओं और उनके कारकों को कम किया जा सकता है।


उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में आवश्यकता अनुसार आत्महत्या रोकथाम के लिए कदम उठाने पर बल दिया।

डॉ. दीक्षित मंगलवार को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित कर रही थीं।

उन्होंने आत्महत्या मुक्त राजस्थान की शपथ दिलाई एवं आमजन में जागरूकता के लिए तैयार किए गए पोस्टर एवं लघु फिल्म का विमोचन भी किया।

डॉ. दीक्षित ने मनोरोग विशेषज्ञों से चर्चा कर आत्महत्या रोकथाम के लिए सुझाव प्रस्तुत करने की आवश्यकता व्यक्त की।

निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर ने बताया कि इस वर्ष विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस की थीम ‘चेंज द नरेटिव ऑन सुसाइड, स्टार्ट द कन्वर्सेशन’ निर्धारित की गई है।

उन्होंने कहा कि जिलों में इस थीम पर विभिन्न जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।

मनोचिकित्सा के प्रोफेसर डॉ. विनोद दडिया ने कोटा में कोचिंग छात्रों के व्यवहार में आने वाले परिवर्तन और उसके मनोवैज्ञानिक कारणों तथा आत्महत्या करने से कुछ दिन पहले किसी भी व्यक्ति के व्यवहार में दिखने वाले चेतावनी संकेतों पर विस्तार से चर्चा की

भाषा कुंज पृथ्वी

नोमान

नोमान



Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *