नयी दिल्ली, चार फरवरी (भाषा) भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी ने नवाचारों और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने वाले मानकों को विकसित करने में शिक्षा जगत और उद्योग के बीच सहयोग की जरूरत पर बल दिया है।
मंगलवार को एक सरकारी बयान में कहा गया कि बीआईएस ने अपने राष्ट्रीय मानकीकरण प्रशिक्षण संस्थान, नोएडा में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में ‘शैक्षणिक संस्थानों और अनुसंधान एवं विकास संगठनों के डीन और एचओडी के लिए वार्षिक सम्मेलन’ का आयोजन किया है।
शैक्षणिक और अनुसंधान संगठनों के साथ आयोजित किए जा रहे सम्मेलनों की श्रृंखला में, यह स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र पर केंद्रित पहला सम्मेलन था।
सम्मेलन में 28 संस्थानों के लगभग 36 प्रतिभागी मौजूद थे, जिनका प्रतिनिधित्व डीन, एचओडी, संकाय सदस्य और अनुसंधान संगठनों के विशेषज्ञ कर रहे थे।
तिवारी ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में भारत के विनिर्माण आधार को मजबूत करने के महत्व पर चर्चा की।
सम्मेलन का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा और चिकित्सा उपकरण क्षेत्र में मानकीकरण के बारे में जागरूकता पैदा करना और इस क्षेत्र में बीआईएस की मानकीकरण गतिविधियों को मजबूत करने के लिए शिक्षाविदों और अनुसंधान संगठनों के साथ सहयोग के अवसरों का पता लगाना है।
इसमें कहा गया है कि बीआईएस का उद्देश्य भारतीय मानकों की उपयोगिता को मजबूत करना है जो विशेष रूप से उद्योगों या उपभोक्ता समूहों तक सीमित नहीं हो सकते हैं, बल्कि शिक्षाविदों के लिए तकनीकी रुचि के भी साबित हो सकते हैं।
संस्थानों के साथ जुड़ने का यह अभ्यास अकादमिक और अनुसंधान क्षेत्र के भीतर मानकों के बारे में अधिक जागरूकता के लिए उनकी सक्रिय भागीदारी और मानकों को विकसित करने की पहल है।
भाषा राजेश राजेश अजय
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