माकपा मुख्यालय में विभिन्न नेताओं ने येचुरी को श्रद्धांजलि दी, पार्थिव शरीर जेएनयू ले जाया गया

Ankit
2 Min Read


नयी दिल्ली, 13 सितंबर (भाषा) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के पोलित ब्यूरो के सदस्यों और वरिष्ठ नेताओं ने शुक्रवार को यहां पार्टी मुख्यालय में सीताराम येचुरी को श्रद्धांजलि दी।


येचुरी का पार्थिव शरीर शुक्रवार शाम को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) ले जाया गया।

माकपा महासचिव येचुरी का बृहस्पतिवार को निधन हो गया था। 72 वर्षीय येचुरी की हालत पिछले कुछ दिनों से गंभीर थी और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के आईसीयू में श्वसन संबंधी संक्रमण को लेकर उनका इलाज हो रहा था। उन्हें 19 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

राजनीति में येचुरी का सफर जेएनयू में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) से शुरू हुआ था। उन्हें 1977 में जेएनयू छात्र संघ का अध्यक्ष चुना गया था।

द्रमुक नेता ए राजा ने भी माकपा मुख्यालय एकेजी भवन का दौरा किया और येचुरी को श्रद्धांजलि दी।

उन्होंने बाद में कहा, ‘‘देश ने एक अनुभवी नेता को खो दिया है, जिनकी मार्क्सवाद, लोकतंत्र और विशेष रूप से धर्मनिरपेक्षता में गहरी आस्था थी।’’

राजा ने यह भी याद किया कि येचुरी उन चंद नेताओं में से एक थे, जिन्होंने 2जी स्पेक्ट्रम मामले पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद उनसे संपर्क किया था।

माकपा नेता हन्नान मुल्ला ने येचुरी की मौत को कम्युनिस्ट आंदोलन और वामपंथियों के लिए बड़ी क्षति बताया। भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी येचुरी को श्रद्धांजलि दी।

येचुरी के परिवार में उनकी पत्नी सीमा चिश्ती हैं, जो वर्तमान में समाचार पोर्टल ‘द वायर’ की संपादक हैं। उनके परिवार में पत्नी के अलावा एक पुत्र और एक पुत्री हैं। उनके एक बेटे आशीष येचुरी का 2021 में कोविड के कारण निधन हो गया था। उनकी पहली शादी इंद्राणी मजूमदार से हुई थी।

भाषा हक

हक दिलीप

दिलीप



Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *