इंदौर, 23 जनवरी (भाषा) मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बृहस्पतिवार को कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को डॉ. बीआर आंबेडकर की जन्मस्थली महू में उनकी प्रतिमा के सामने 101 उठक-बैठक लगाकर संविधान के कथित अपमान के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कांग्रेस शासनकाल के दौरान संविधान की हत्या का आरोप लगाते हुए यह बात कही।
कांग्रेस इंदौर के पास महू में 27 जनवरी को ‘जय बापू-जय भीम-जय संविधान’ रैली का आयोजन करने जा रही है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित प्रदेश में होने वाली रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी भाग लेंगे।
विजयवर्गीय ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा,‘‘हम संविधान को रामचरित मानस, गीता और वेद-पुराण जैसे पवित्र ग्रंथ मानकर अपने सिर पर रखते हैं, जबकि उनके (राहुल गांधी) लिए संविधान जेब में रखने वाली किताब है। इसमें उनकी गलती नहीं है क्योंकि उन्हें संस्कार ही ऐसे मिले हैं।’’
मंत्री ने कहा,‘‘जो लोग अपने जेब में संविधान लेकर घूम रहे हैं, वे संविधान का अपमान कर रहे हैं। मैं उस नौजवान (राहुल गांधी) से कहूंगा कि वह महू जा रहे हैं, तो वहां आंबेडकर (की प्रतिमा) के सामने 101 उठक-बैठक लगाकर माफी मांगें।’’
विजयवर्गीय ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 लगाने, देश पर आपातकाल थोपने और इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए सिख विरोधी दंगों सरीखे घटनाक्रमों का उल्लेख किया और आरोप लगाया कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों ने संविधान की कई बार हत्या की।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस शासनकाल के दौरान राहुल गांधी के खानदान ने आंबेडकर का ‘अपमान’ किया और उन्हें चुनाव जीतकर संसद में आने से रोका, जबकि भाजपा की सरकारों ने देश-दुनिया में संविधान निर्माता की विरासत से जुड़े स्थलों को संरक्षित और विकसित किया।
विजयवर्गीय ने कहा कि आंबेडकर रचित संविधान की मूल प्रति के भाग-तीन में भगवान राम, लक्ष्मण और सीता का चित्र है।
उन्होंने कहा,‘‘मैं लाल पुस्तक (संविधान) अपने साथ रखने वाले उस नौजवान (राहुल गांधी) से पूछना चाहता हूं कि क्या उनकी लाल पुस्तक में राम, लक्ष्मण और जानकी का यह चित्र है?’’
भाषा हर्ष पवनेश रंजन
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