(फाइल फोटो के साथ)
ठाणे, 30 सितंबर (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आस्था और हिंदू एकता के महत्व पर सोमवार को जोर दिया और राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की सराहना की।
यहां ‘सनातन राष्ट्र सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए शिंदे ने संत ज्ञानेश्वर की शिक्षाओं को अपनाने आह्वान किया। भीड़ के जय श्रीराम के उद्घोष के बीच, शिंदे ने कहा कि उन्हें लगा कि वह अयोध्या आ गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र संतों और वीरों की भूमि है। हमने हमेशा धर्म, अध्यात्म को अपनाया है और मानवता को जोड़ने के लिए काम किया है। आस्था और हिंदू एकता महत्वपूर्ण है।’’
शिंदे ने 2020 में पालघर जिले में दो साधुओं की पीट-पीट कर हत्या किये जाने की घटना को याद करते हुए कहा कि ‘‘उस समय सत्ता में बैठे लोग चुप रहे।’’
वर्ष 2020 में महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार सत्ता में थी। शिंदे ने कहा, ‘‘हम ऐसी घटनाओं पर चुप नहीं रहेंगे। हम अपनी आखिरी सांस तक हिंदुत्व नहीं छोड़ेंगे।’’
भाषा आशीष अमित
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