अम्मान (जॉर्डन), 28 मार्च (भाषा) अनुभवी भारतीय पहलवान मनीषा भानवाला ने शुक्रवार को यहां महिलाओं की 62 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में पहुंचकर एशियाई चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक की दौड़ में खुद को बनाए रखा है, जबकि अंतिम पंघाल को सेमीफाइनल में हारने के बाद कांस्य पदक के लिए संघर्ष करना पड़ेगा।
मनीषा ने कजाखस्तान की टाइनिस डुबेक पर तकनीकी श्रेष्ठता से आसान जीत के साथ शुरुआत की और कोरिया की हनबिट ली को चित्त करके एक और शानदार जीत हासिल की।
मनीषा ने सेमीफाइनल में कलमीरा बिलिमबेक काजी के खिलाफ भी दबदबा बनाते हुए केवल एक अंक गंवाते हुए 5-1 से जीत दर्ज की।
मनीषा के पहले एशियाई चैम्पियनशिप खिताब के सामने अब कोरिया की ओक जे किम की चुनौती होगी।
पेरिस ओलंपिक में निराशाजनक अभियान के बाद 20 साल की अंतिम अपना पहला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट खेल रही है। उन्होंने 53 किग्रा के क्वार्टर फाइनल में चीन की जिन झांग को शिकस्त दी लेकिन जापान की मो कियूका के की चुनौती का सामना करने में नाकाम रही। जापान की पहलवान ने तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर जीत हासिल की।
नेहा शर्मा (57 किग्रा), मोनिका (65 किग्रा) और ज्योति बेरीवाल (72 किग्रा) पदक दौर तक नहीं पहुंच सकीं।
भारत ने अब तक टूर्नामेंट के महिला वर्ग में चार और ग्रीको रोमन में दो पदक के साथ कुछ छह पदक जीते हैं। पुरुषों की फ्रीस्टाइल प्रतियोगिता शनिवार से शुरू होगी।
भाषा आनन्द मोना
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