भोपाल, 13 अप्रैल (भाषा) वक्फ (संशोधन) विधेयक का राज्यसभा में विरोध करने पर कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह को ‘‘गद्दार’’ बताने वाले पोस्टर लगाने को लेकर मध्यप्रदेश में सिंह और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच रविवार को एक वाकयुद्ध छिड़ गया।
सिंह ने गुना में ऐसे पोस्टर सामने आने के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘गद्दार कौन?’ इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि गद्दार तो वे भाजपा कार्यकर्ता हैं जिन्होंने आईएसआई एजेंट के रूप में काम किया है।
आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने मध्य प्रदेश के विभिन्न स्थानों से 2017 में जासूसी गिरोह का हिस्सा होने के आरोप में 11 लोगों को गिरफ्तार किया था।
इस बीच, राज्य के कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस के दिग्गजों पर सुर्खियां बटोरने के लिए सनसनीखेज बयान देने का आरोप लगाया।
यह विवाद तब शुरू हुआ, जब कथित रूप से भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) ने दिग्विजय सिंह को ‘‘गद्दार’’ के रूप में चित्रित करने वाले पोस्टर गुना और अन्य शहरों में लगाए। इन पोस्टर में राज्यसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक का विरोध करने के लिए सिंह की आलोचना की गई।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दिग्विजय सिंह ने ‘एक्स’ पर ‘‘आईएसआई एजेंट के रूप में काम करने वाले’’ कथित ‘‘भाजपा कार्यकर्ताओं के नाम’’ उजागर किए।
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान से अलग-अलग खातों में धन जुटाना, ‘वॉयस ओवर’ के जरिए पाकिस्तानियों से बात करना। आप उन्हें क्या कहेंगे? गद्दार? जय सिया राम।’’
सारंग ने सिंह पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता ने ‘‘भगवा आतंकवाद’’ शब्द गढ़ा था जो सनातन धर्म को बदनाम करता है।
सारंग ने कहा, ‘‘उन्होंने (आतंकवादी) अफजल को अफजल गुरु कहा, हाफिज सईद का महिमामंडन करने के लिए उसके लिए जी का इस्तेमाल किया, जाकिर नाइक जैसे विघटनकारी व्यक्तियों के सम्मान में मंच साझा किया, हमारी सेना और सैनिकों का अपमान करने के लिए बटला हाउस मुठभेड़, हवाई हमले और सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाए। वह हमेशा देश को तोड़ने के लिए बयान देते हैं। उन्होंने हमेशा बिना तथ्यों के आरोप लगाए।’
उन्होंने दावा किया कि दिग्विजय सिंह को निशाना बनाने वाले पोस्टर जनता ने लगाए हैं, भाजपा ने नहीं।
भाषा ब्रजेन्द्र सिम्मी
सिम्मी