(तस्वीर सहित)
सागर, चार अगस्त (भाषा) मध्यप्रदेश के सागर जिले में रविवार को एक जर्जर मकान की दीवार ढह जाने से नौ बच्चों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यह घटना रहली विधानसभा क्षेत्र के शाहपुर गांव में एक मंदिर परिसर के पास धार्मिक कार्यक्रम के दौरान सुबह साढ़े आठ और नौ बजे के बीच हुई।
इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मध्यप्रदेश के सागर में दीवार गिरने से हुआ हादसा हृदयविदारक है। इसमें जान गंवाने वाले बच्चों के शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ईश्वर उन्हें इस पीड़ा को सहने की शक्ति प्रदान करे। साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने प्रत्येक मृतक के परिवार के लिए पीएमएनआरएफ (प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष) से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है, जबकि घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।’’
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी प्रत्येक मृतक के परिजन को चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
उन्होंने शाहपुर नगर पंचायत के मुख्य नगरपालिका अधिकारी और उप अभियंता को निलंबित कर दिया तथा नगर निकायों को जर्जर भवनों का पता लगाने और कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया।
सागर के मंडल आयुक्त वीरेंद्र सिंह रावत ने ‘पीटीआई-भाषा’ को फोन पर बताया कि शाहपुर में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान दीवार ढहने की घटना में 10 से 15 साल के नौ बच्चों की मौत हो गई एवं दो अन्य घायल हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्थानीय विधायक एवं पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने संवाददाताओं को बताया कि जर्जर मकान के पास एक टेंट में “पार्थिव शिवलिंग निर्माण” कार्यक्रम चल रहा था, उसी दौरान दीवार ढह कर टेंट पर गिर गई।
उन्होंने बताया कि कई बच्चे टेंट और मलबे के नीचे दब गए।
भार्गव ने बताया कि घटना में जान गंवाने वाले कई बच्चे अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे।
जिलाधिकारी दीपक आर्य ने बताया कि बच्चे मंदिर के पास लगाए गए टेंट में बैठे हुए थे तभी बारिश के कारण मकान की दीवार ढह गई।
उन्होंने बताया कि हादसे में दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि सात अन्य ने अस्पताल ले जाते समय या इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
आर्य के अनुसार दो घायल बच्चों का जिला अस्पताल में इलाज हो रहा है और उनकी हालत खतरे से बाहर है।
अधिकारियों के मुताबिक, मृतकों की पहचान ध्रुव यादव (12), नितेश पटेल (13), आशुतोष प्रजापति (15), प्रिंस साहू (12), पर्व विश्वकर्मा (10), दिव्यांश साहू (12), देव साहू (12), वंश लोधी (10) और हेमंत (10) के रूप में हुई है।
मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “सागर जिले के शाहपुर गांव में भारी बारिश के कारण जर्जर मकान की दीवार गिरने से नौ मासूम बच्चों की मौत की खबर सुनकर मुझे दुख हुआ। मैंने जिला प्रशासन को घायल बच्चों का समुचित इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।”
यादव ने घटना में घायल बच्चों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की। उन्होंने कहा, “मृतक बच्चों के परिवारों को सरकार की ओर से चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।”
एक अन्य पोस्ट में मुख्यमंत्री ने कहा कि शाहपुर नगर पंचायत ने जर्जर मकानों को चिह्नित कर नोटिस जारी किए थे लेकिन उसने स्थानीय प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं दी।
उन्होंने बताया कि लापरवाही बरतने के दोषी पाए गए प्रभारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी और नगर पंचायत के एक उप-अभियंता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी इस घटना पर दुख जताया।
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि दीवार गिरने से बच्चों की मौत की यह दूसरी घटना है।
उन्होंने कहा कि भारी वर्षा के मद्देनजर यह जरूरी है कि प्रशासन ऐसी घटनाओं को टालने के लिए जर्जर भवनों एवं दीवारों का पता लगाए।
भाषा राजकुमार सुभाष
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