जयपुर, तीन अप्रैल (भाषा) राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में एक कारखाने के मजदूरों द्वारा किया जा रहा प्रदर्शन बृहस्पतिवार को हिंसक हो गया। आंदोलनकारी मजदूरों ने कारखाने में तोड़फोड़ की और पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
घटना चित्तौड़गढ़ रोड पर स्थित कपड़ा कारखाने में हुई, जहां मजदूर दिवाली बोनस की मांग कर रहे थे और आज हिंसक हो गए। पुलिस ने बताया कि धरना दे रहे मजदूरों ने कारखाने में तोड़फोड़ शुरू कर दी।
हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस मौके पर पहुंची। भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया तो पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया।
क्षेत्राधिकारी श्याम सुंदर जोशी, हमीरगढ़ के थानाधिकारी संजय गुर्जर और अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद थे।
मजदूर संघ के प्रतिनिधि देवेंद्र वैष्णव ने कहा कि मजदूर दिवाली बोनस की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘कई दौर की बातचीत के बावजूद इस मुद्दे पर सहमति नहीं बन पाई। कारखाना प्रबंधन मुद्दों को सुलझाने के लिए गंभीर नहीं था, जिसके कारण आज मजदूरों को धरने पर बैठना पड़ा।’
पुलिस ने घटना के सिलसिले में सात लोगों को हिरासत में लिया है।
इस बीच विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि भीलवाड़ा की कपड़ा फैक्टरी में पुलिस पर हमला और गाड़ियों में तोड़फोड़ की घटना अत्यंत निंदनीय है।
उन्होंने कहा, “कपड़ा फैक्टरी के मजदूरों द्वारा बोनस की मांग को लेकर हुए विवाद का हिंसक रूप ले लेना और पुलिस पर हमला करना प्रदेश की कानून-व्यवस्था के लिए अत्यंत चिंताजनक है। भाजपा सरकार के 15 महीनों के जंगलराज में प्रदेश में ये हाल हो गए की आजकल हर दिन कानून के रखवालों पर ही हमले हो रहे है। रोजाना पुलिस पर हमले होना प्रशासनिक लापरवाही और सरकार की उदासीनता हैं।”
भाषा पृथ्वी नोमान
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