नयी दिल्ली, 13 मार्च (भाषा) तीन बार की पैरालंपिक चैंपियन ऑस्ट्रेलिया की लंबी कूद एथलीट वैनेसा लो ने बृहस्पतिवार को यहां विश्व पैरा एथलेटिक्स ग्रांप्री के अंतिम दिन टी61-64 वर्ग में स्वर्ण पदक जीता जबकि भारत की पेरिस खेलों की पदक विजेता प्रीति पाल ने टी35-38 वर्ग 200 मीटर दौड़ में कांस्य पदक जीता।
भारत कुल 134 पदकों के साथ शीर्ष पर रहा जिसमें 45 स्वर्ण, 40 रजत और 49 कांस्य पदक शामिल रहे। ग्रां प्री में लगभग 150 भारतीयों ने भाग लिया था जबकि लगभग 100 अन्य 19 देशों से थे।
तीन दिवसीय प्रतियोगिता में भाग लेने वाली कुछ शीर्ष सितारों में से एक वैनेसा ने अपने तीसरे प्रयास में 4.96 मीटर की दूरी तय की और पोडियम के शीर्ष पर खड़ी रहीं।
तटस्थ पैरालंपिक एथलीट झन्ना फेकोलिना और भारत की भवानी मुन्नियांदी ने यहां जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 4.13 मीटर और 3.51 मीटर के प्रयासों के साथ क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीता।
भारत ने 2028 तक हर साल ग्रां प्री की मेजबानी के लिए विश्व पैरा एथलेटिक्स के साथ चार साल का अनुबंध किया है।
पहले 100 मीटर दौड़ में रजत पदक जीतने वाली 24 वर्षीय प्रीति ने महिलाओं की 200 मीटर टी35-38 फाइनल में 31.50 सेकंड का समय लेकर कांस्य पदक हासिल कर एक और पदक जीत लिया।
ऑस्ट्रेलिया की रियानोन क्लार्क ने 26.76 सेकंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि तटस्थ पैरालंपिक एथलीट मार्गारीटा गोंचारोवा ने 27.00 सेकंड के समय के साथ रजत पदक जीता।
पुरुषों की गोला फेंक एफ11-20 श्रेणी में भारतीयों ने सभी पदक जीते। सागर ने 11.47 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता, उसके बाद जंका सिंह ने 9.91 मीटर के साथ रजत और बालाजी राजेंद्रन ने 9.89 मीटर के साथ कांस्य पदक जीता।
महिलाओं की लंबी कूद टी20-37 स्पर्धा में इरिना सपनझा ने 5.35 मीटर की छलांग के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि वैलेंटिना ने 5.16 मीटर के साथ रजत और भारत की भुवी अग्रवाल ने 4.16 मीटर के प्रयास के साथ कांस्य पदक जीता।
पुरुषों की गोलाफेंक एफ40-एफ41 स्पर्धा में तटस्थ पैरालंपिक एथलीट डेनिस गनेजदिलोव ने स्वर्ण पदक जीता। आइयाल सिवत्सेव ने रजत पदक जीता जबकि भारत के रवि रंगोली ने कांस्य पदक जीता।
पुरुषों की 200 मीटर टी35 स्पर्धा में तटस्थ पैरालंपिक एथलीट दिमित्री सफ्रोनोव ने 24.20 सेकंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता। भारत के विनय और अभिषेक बाबासाहेब जाधव ने क्रमशः 29.58 सेकंड और 31.55 सेकंड के साथ रजत और कांस्य पदक जीता।
भाषा नमिता आनन्द
आनन्द