मुंबई, पांच फरवरी (भाषा) मुंबई इंडियंस की मुख्य कोच चार्लोट एडवर्ड्स ने बुधवार को कहा कि भारतीय क्रिकेट में प्रतिभा की गहराई किसी भी टीम के प्रभारी के लिए रोमांचक है। उन्होंने हालांकि स्वीकार किया कि पहली महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) की चैंपियन उनकी टीम पिछले साल दूसरे सत्र में उतना अच्छा नहीं खेल पाई जितना उसे खेलना चाहिए था।
मुंबई ने पिछले साल डब्ल्यूपीएल नीलामी में संस्कृति गुप्ता, अक्षिता माहेश्वरी और दक्षिण अफ्रीका की नादिन डि क्लार्क के साथ जी कमालिनी को टीम में शामिल किया था जो हाल ही में मलेशिया में संपन्न अंडर-19 टी20 विश्व कप में तीसरी सबसे अधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी रहीं।
एडवर्ड्स ने पीटीआई को दिए विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘‘हम अपने साथ जोड़े खिलाड़ियों के साथ नीलामी से बाहर आकर बेहद खुश थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस अनुभव के साथ मैं निश्चित रूप से एक बेहतर कोच बन गई हूं। मैंने बहुत कुछ सीखा है। मुझे यह अनुभव बहुत पसंद आया और पूरे टूर्नामेंट में भारतीय घरेलू खिलाड़ियों को बढ़ते हुए देखकर बहुत अच्छा लगा।’’
एडवर्ड्स ने कहा, ‘‘और भारत में मौजूद प्रतिभा की गहराई को देखना किसी भी कोच के लिए रोमांचक है। मैं वास्तव में महत्वपूर्ण स्थिति हूं जहां उम्मीद है कि मैं कुछ बदलाव ला सकती हूं और एक कोचिंग स्टाफ सदस्य के रूप में आप बस यही करना चाहते हैं।’’
डब्ल्यूपीएल 2023 के विजेता मुंबई इंडियंस 2024 में पिछले साल चैंपियन बने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू से हार गए थे।
एडवर्ड्स ने कहा, ‘‘पिछले साल हम उतना अच्छा नहीं खेल पाए जितना हम खेल सकते थे लेकिन हमें शायद फिर भी फाइनल में पहुंच जाना चाहिए था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पता है कि जब हम अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेल रहे होते हैं तो हम अजेय होते हैं। उम्मीद है कि इससे हमें बहुत आत्मविश्वास मिलेगा।’’
भाषा सुधीर नमिता
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